समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को सलाह दी है कि वह अपनी पार्टी को मजबूत करें। अखिलेश ने हाल ही में शिवपाल यादव को भाजपा से मिला हुआ बताया था और जल्दी जाने को कहा था।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) प्रमुख को सलाह दी है कि वह अपनी पार्टी को मजबूत करें। शिवपाल को भाजपा से मिला हुआ बता चुके अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि उनके चाचा अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उन्हें अपने दल को मजबूत करना चाहिए। सपा प्रमुख ने यह सलाह ऐसे समय पर दी है, जब शिवपाल शुक्रवार को अपने नए कदम का ऐलान करने जा रहे हैं।
झांसी में गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवपाल यादव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, ”उनका दल है। वह उस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। समाजवादी पार्टी ने उन्हें केवल सिंबल दिया और जब कोई सिंबल देता है तो सदस्य बनाना पड़ता है।” अखिलेश ने चाचा को यह भी सलाह दी कि वह अपने दल की मजबूती के लिए काम करें।
विधानसभा चुनाव के बाद से ही भतीजे अखिलेश के खिलाफ बगावत का झंडा उठा चुके शिवपाल यादव शुक्रवार को अपनी नई रणनीति का ऐलान करेंगे। माना जा रहा है कि वह आजम खान के साथ मिलकर कोई नया मोर्चा बना सकते हैं। इससे पहले उनके भाजपा में जाने की भी अटकलें थीं। इस पर अखिलेश यादव ने कहा था कि जो भाजपा से मिल गया है वह सपा में नहीं रह सकता है। सपा अध्यक्ष ने यह भी पूछा था कि भाजपा उनके चाचा को शामिल करने में देर क्यों कर रही है।
अखिलेश यादव ने ललितपुर कांड को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री जी बुंदेलखंड दौरे पर आएं तो ललितपुर की मां से भी मिलें। उन्होंने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की मांग की। पूर्व सीएम ने कहा कि कोर्ट के स्टे के बावजूद बुलडोजर से घर तोड़ दिया जाता है। जाति, धर्म विशेष के कुछ लोग कुछ करें तो बुलडोजर निकल पड़ता है। बीजेपी के लोग कब्जा करें तो कुछ नहीं होता है।