28 साल बाद अपने पैतृक गांव पंचूर में रात्रि विश्राम करने के बाद बुधवार सुबह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गांव की सैर से दिन की शुरुआत की। वह गांव में घर के उसी कमरे में रूके, जहां उनका बचपन बीता। तड़के चार बजे उठने के बाद योगी आदित्यनाथ ने स्नान करने के बाद घर में ही पूजा की।
छह बजे उन्हें चाय परोसी गई। इसके बाद सवा दो घंटे गांव की सैर करने के बाद वह वापस घर आये। इसके बाद उनकी चाय पर पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत समेत अन्य लोगों से विभिन्न मुद्दो पर चर्चा भी हुई। इस दौरान गांव में उनके पुराने मित्र एवं बुजुर्गों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया। जिन्होंने पुराने दिनों की यादें साझा की।
करीब दस बजे के आसपास मुंडन की तैयारियां शुरू हो गई। भतीजे अंनत को हल्दी बान देने का सिलसिला शुरू हो गया। सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने ही भतीजे अंनत को हल्दी लगाई। करीब 12 बजे तक मुंडन संस्कार संपन्न हो गया। इसके बाद मेहमानों ने अंनत को गिफ्ट देने शुरू कर दिये।
दोपहर एक बजे मेहमानों के लिये भोजन परोसना शुरू कर दिया गया। जिसमें अरहर, उड़द की दाल, आलू-गोभी, चौलाई की सब्जी, रायता, छोले, हलवा, अरसे और पकौड़े,चटनी भी परोसी गये। करीब डेढ़ बजे योगी आदित्यनाथ ने अपने परिजनों के साथ कमरे में भोजन किया। घर में ही उनका जनता दरबार भी लगा। जहां लोगों ने क्षेत्र की समस्या से उन्हें अवगत कराया।
बीती मंगलवार रात करीब 11 बजे तक सीएम योगी आदित्यनाथ अपने परिजनों के बीच रहे। रात्रि दस बजे के आसपास भोजन किया। भोजन में दाल,रोटी,सब्जी,खीर और पकौड़ी चटनी के साथ परोसी गई। जिसके मेहमानों के साथ परिवार के लोगों ने चाव से खाया। इस दौरान पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत, शिक्षामंत्री धन सिंह रावत, यमकेश्वर विधायक रेणू बिष्ट के साथ ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख दिनेश भट्ट एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।