Violence in Jodhpur On Eid: ईद की पूर्व संध्या पर जोधपुर में हुई हिंसा को लेकर शहर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई. यहां इंटरनेट सेवाएं भी ठप्प कर दी गई हैं. मामले की सीएम अशोक गहलोत ने निंदा की है.
Violence in rajasthan On Eid: राजस्थान के जोधपुर में ईद पर हुई हिंसा के बाद से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. झंडा फहराने को लेकर हुए विवाद पर शहर में जमकर पत्थरबाजी हुई और इसमें पुलिसकर्मियों समेत पत्रकार भी घायल हो गए. इस मामले की राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निंदा की है और इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. ईद के दिन शांति बनी रहे और कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया है. सीएम गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है.
सीएम गहलोत बोले- तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरी घटना की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा कि जालौरी गेट, जोधपुर पर दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने आगे कहा कि जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम एवं भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से मार्मिक अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें.
जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव हुआ कैसे
बताया जा रहा है कि जोधपुर के जालोरी गेट सर्कल पर परशुराम जयंती को देखते हुए कुछ लोगों ने भगवा झंडे लगाए थे. दूसरे पक्ष ने वो झंडे हटाकर वहां पर इस्लामी प्रतीक वाले झंडे लगा दिए. इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और तनातनी इतनी बढ़ी कि आधी रात को भीषण पथराव हो गया. ये बवाल इतना बढ़ गया था कि इस पर काबू करने में पुलिस के भी पसीने छूट गए. पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कीं लेकिन दोनों तरफ से भीषण पथराव हो रहा था. पुलिस बड़ी मुश्किल से उपद्रवियों को तितर-बितर कर पाई. इस घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है.
नमाज पर बवाल की आशंका, पुलिस प्रशासन की बढ़ गई चिंता
जोधपुर में कल रात जो हिंसा हुई उसको लेकर महौल बेहद तनावपूर्ण है. यही वजह है कि राजस्थान पुलिस के लिए चिंता बढ़ गई है क्योंकि ईद भी है और नमाज भी पढ़ी जानी है. दरअसल नमाज वहीं पढ़ी जानी है जहां पर ये हिंसा हुई है. दरअसल जलोरी गेट चौराहे पर ही ईदगाह है और यहां नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं और रोड ब्लॉक करके नमाज पढ़ी जाती है. अब ऐसे में हिंदू संगठन के लोग इस बात पर अड़े हैं कि सड़क पर नमाज नहीं होनी चाहिए. ऐसे पुलिस प्रशासन के हाथ पांव भी फूले हुए हैं. सांप्रदायिक हिंसा की आशंका के चलते पुलिस भी कदम फूंक फूंक कर रख रही है.