मध्य प्रदेश में सरकार गेहूं, चना, मसूर और सरसों समर्थन मूल्य पर खरीदने के बाद अब ग्रीष्मकालीन मूंग भी खरीदेगी। इसके लिए कृषि विभाग ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। अब लक्ष्य तय होने के बाद किसानों का पंजीयन कराया जाएगा। इस बार 12 लाख हेक्टेयर में मूंग की खेती की गई है।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग का रकबा (क्षेत्र) लगातार बढ़ता जा रहा है। सिंचाई की सुविधा का विस्तार होने से किसान मूंग की खेती के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं। इसकी कीमत भी अच्छी है। केंद्र सरकार ने प्रति क्विंटल मूंग की दर सात हजार 275 रुपये तय की है। पिछले साल सात हजार 196 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सरकार ने तीन लाख 29 हजार टन मूंग की खरीद की थी।
हालांकि, केंद्र सरकार ने लक्ष्य एक लाख 39 हजार टन का ही दिया था लेकिन राज्य सरकार की मांग पर इसे बढ़ाकर दो लाख 47 हजार टन कर दिया था। इसके बाद भी लक्ष्य से अधिक खरीद हुई, जिसका वित्तीय भार सरकार को उठाना पड़ा था। अब इस मंूग को मध्या- भोजन में वितरित किया जा रहा है। उपार्जन राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) के माध्यम से किया जाएगा।