Delhi BJP Chief Adesh Gupta attack on Kejriwal Government: आदेश गुप्ता ने दिल्ली केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘265 लोगों की मौत के दोषियों को संरक्षण देने वाले केजरीवाल इस्तीफा दें.’
RTI Reviels Delhi Hospitals Negligence: राजधानी दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में हर्ट के मरीजों को गलत और नकली स्टेंट डालने से 265 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बात का खुलासा एक आरटीआई से हुआ है. इसके बाद दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों को लेकर बेहतरीन सुविधाओं के दावों पर सवाल उठाए हैं. आदेश गुप्ता ने दिल्ली केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘265 लोगों की मौत के दोषियों को संरक्षण देने वाले केजरीवाल इस्तीफा दें.’ आदेश गुप्तान ने आगे कहा, ‘कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती हुए 3793 मरीजों में से 1545 मरीजों की मौत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खामोश क्यों हैं? दिल्ली सरकार किसको बचाने के लिए जांच कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर रही है.’
आरटीआई के खुलासे के बाद आदेश गुप्ता ने गुजरात में आम आदमी पार्टी का प्रचार कर रहे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर वार करते हुए कहा, ‘ दिल्ल्ली के सीएम गुजरात में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था के खोखले मॉडल का गुजरात में महिमामंडन कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, केजरीवाल एक साथ पढ़ने वाले अधिकारियों, न्यायधीशों, नेताओं और झुग्गी झोपड़ीवासियों के बच्चों की सूची सार्वजनिक क्यों नहीं करते हैं. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात में जाकर अपनी ‘वर्ल्ड क्लास’ स्वास्थ्य व्यवस्था की बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, लेकिन उसकी सच्चाई अब सबके सामने उजागर हो चुकी है.
सत्येंद्र जैन के रिश्तेदार ने दिल्ली के अस्पतालों में स्टेंट सप्लाई कियाः RTI
आदेश गुप्ता ने कहा, ‘आरटीआई के खुलासे से पता चला है कि राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में गलत और नकली स्टेंट डालने से कुल 265 लोगों की मृत्यु हो गई है. दिल्ली सरकार के अस्पतालों में स्टेंट सप्लाई करने वाले कोई और नहीं बल्कि केजरीवाल के बेहद करीबी सत्येन्द्र जैन के रिश्तेदार बताए जाते हैं जो निर्दोष मरीजों की मौत के कारण बन गए. इस झूठ और लापरवाही को संरक्षण देने वाले केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए.
लापरवाही छिपाने के लिए बनाई थी कमेटी, अब तक नहीं आई रिपोर्ट
आदेश गुप्ता ने कहा कि अपनी लापरवाही को छिपाने के लिए केजरीवाल ने 10 मार्च 2022 को एक जांच कमेटी बना दी, लेकिन उस कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार आज तक दिल्ली के लोग कर रहे हैं. जांच के बाद क्या परिणाम आए हैं, इन मरीजों की मौत का जिम्मेदार कौन है, दोषियों के ऊपर कोई कार्रवाई हुई है या नहीं, इन सभी सवालों को दबाने की कोशिश केजरीवाल सरकार कर रही है. आखिर केजरीवाल कमेटी की रिपोर्ट कब तक सार्वजनिक करेंगे. उन्होंने कहा कि गुजरात सहित पूरा देश दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की इस सच्चाई को जान चुका है, लेकिन केजरीवाल गुजरात के लोगों से इस सच्चाई को बताना तो दूर अपने विकास के खोखले मॉडल का महिमामंडन करते नहीं थक रहे हैं.
कोविड के दौरान मौन बैठी रही केजरीवाल सरकार
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कोविड के दौरान मौन बैठी केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मॉडल का एक और खुलासा जीटीबी अस्पताल से हुआ है. जब दूसरी लहर के दौरान इस अस्पताल में 3793 मरीज भर्ती किये गए, जिनमें से 1545 मरीजों की मृत्यु हो गई और सबसे आश्चर्य वाली बात यह है कि 44 फीसदी रोगियों की मौत की कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोविड के दौरान हर दिन माइक पर आकर केजरीवाल हेल्थ बुलेटिन देते थे, तो उसमें इतनी बड़ी घटना को क्यों छिपाया. आज दिल्ली सरकार के अधिकांश अस्पताल खुद बीमार पड़े हैं और उनमें अस्पताल पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम है.
गुजरात की जनता को गुमराह कर रहे हैं केजरीवाल
आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल गुजरात में अपने स्कूलों के बारे में कह रहे थे कि सरकारी स्कूलों के एक ही बेंच पर आईएएस का बच्चा, जज का बच्चा, नेता का बच्चा और झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों के बच्चें एक साथ बैठकर पढ़ते हैं. शिक्षा व्यवस्था की वकालत करने वाले केजरीवाल वह लिस्ट भी जनता के सामने जारी करें जिनमें उन अधिकारियों, न्यायधीशों एवं नेताओं के नाम हैं जिनके बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ने का दावा केजरीवाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल गुजरात के लोगों के सामने इस तरह की फिजूल एवं बेबुनियादी बातें करके उन्हें गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.