तुर्की के इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद तुर्की और सऊदी अरब के संबंध खराब हो गए थे। लेकिन अब दोनों देश फिर एक साथ नजर आ रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोगन 28 अप्रैल को दो दिन के दौरे पर सऊदी अरब पहुंच रहे हैं। एक्सपर्ट्स एर्दोगन के इस दौरे को अंकारा द्वारा रियाद के साथ संबंधों को सुधारने के नजरिए से देख रहे हैं।
जमाल खशोगी की हत्या के बाद बिगड़े थे संबंध
2018 में तुर्की के इस्तांबुल वाणिज्य दूतावास में जमाल खशोगी की हत्या के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। उस वक्त एर्दोगन और उनकी सरकार ने प्रिंस मोहम्मद सहित वरिष्ठ सऊदी अधिकारियों पर हत्या में शामिल होने और कानूनी प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप लगाया था। इसके बाद सऊदी अरब में तुर्की के प्रोडक्ट्स का बहिष्कार शुरू हो गया। हाल के दिनों में तुर्की ने सऊदी अरब पर अपनी बयानबाजी को धीरे-धीरे कम किया है।
मिडिल ईस्ट के देशों से संबंध सुधार रहा तुर्की
तुर्की ने हाल के दिनों में मिस्र, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब जैसे देशों के साथ संबंध सुधारने के लिए पहल की है। तुर्की की इकॉनमिक स्थिति ठीक नहीं है और रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद से तुर्की में मुद्रास्फीति दर और ऊर्जा की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि शायद यही कारण है कि तुर्की सऊदी अरब जैसे देशों से संबंध को ठीक करने कोशिश कर रहा है।
जमाल खगोशी के केस को तुर्की ने सऊदी को सौंपा
मार्च 2022 में सऊदी अरब ने तुर्की से अनुरोध किया था कि जमाल खगोशी हत्या मामले को सऊदी सरकार को सौंप दे। तुर्की ने सऊदी अरब के अनुरोध पर अपनी हां कर दी और मामले को सऊदी अरब को सौंप दिया। तुर्की के इस कदम के बाद दोनों देश एक बार फिर बातचीत के टेबल पर नजर आ रहे हैं।
पाकिस्तान के पीएम भी पहुंच रहे सऊदी अरब
पाकिस्तान के नए पीएम शाहबाज शरीफ भी अपने पहले विदेश दौरे पर सऊदी अरब पहुंच रहे हैं। वह तीन दिनों के दौरे पर रियाद जा रहे हैं जहां वहां सऊदी सरकार से पाकिस्तान के लिए 3।2 बिलियन डॉलर का कर्ज मांगेंगे। हालांकि शाहबाज शरीफ और रजब तैयप एर्दोगन दो दोनों तक रियाद में रहेंगे लेकिन दोनों नेता मिलेंगे या नहीं यह अब तक साफ नहीं है।