युद्ध के चलते यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों की आगे की पढ़ाई के लिए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी आगे आई हैं। ममता सरकार ने ऐलान किया है कि यूक्रेन से लौटे मेडिकल के छात्र बंगाल के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि यूक्रेन से लौटे सभी मेडिकल छात्र पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेजों में अपनी पढाई जारी रख सकते हैं। इसके अलावा ममता सरकार ने कॉलेजों से ये भी कहा है कि यूक्रेन से लौटे छात्र अगर अलग-अलग कोर्स करना चाहें तो उन्हें फीस में रियायत दी जाए।
रिपोर्ट के मुताबिक दो महीने पहले यूक्रेन से करीब 400 बच्चों को भारत वापस लाया गया था। तभी से इन बच्चों को अपने भविष्य की चिंता थी क्योंकि यूक्रेन में हालात सही होते नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में उनका भविष्य अधर में लटक गया था। ऐसे में बंगाल सरकार उन सभी छात्रों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है। सरकार ऑपरेशन गंगा चलाकर इन सभी छात्रों को यूक्रेन से निकाल तो लाई लेकिन उनकी आगे की पढ़ाई के लेकर सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
अब बंगाल सरकार ने ऐलान किया है कि यूक्रेन से लौटे छात्र बंगाल के स्थानीय कॉलेजों में अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। पश्चिम बंगाल सरकार के मुताबिक एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले कुल 409 बच्चे यूक्रेन से लौटे हैं। बंगाल सरकार ने सेकेंड और थर्ड ईयर के मेडिकल छात्रों को प्रेक्टिकल क्लासों में हिस्सा लेने की अनुमति दे दी है। वहीं नीट परीक्षा पास करने वाले पहले और दूसरे सेमेस्टर के छात्रों को बंगाल सरकार ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के मैनेजमेंट कोटा सीटों की काउंसलिंग में शामिल होने को कहा है।