महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गैर बीजेपी सरकारों से पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती की अपील पर पलवाटर किया है। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि राज्य सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा आज मुंबई में एक लीटर डीजल की कीमत में 24.38 रुपए केंद्र के लिए और 22.37 रुपए राज्य के लिए है। पेट्रोल के दाम में 31.58 पैसे सेंट्रल टैक्स और 32.55 पैसे स्टेट टैक्स है।
इसलिए, यह सच नहीं है कि राज्य के कारण पेट्रोल और डीजल अधिक महंगा हो गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक 15 प्रतिशत जीएसटी एकत्र करता है। प्रत्यक्ष कर और जीएसटी दोनों को मिलाकर महाराष्ट्र देश का नंबर एक राज्य है।
विपक्ष शासित कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इन राज्यों से ‘राष्ट्र हित’ में पेट्रोलियम उत्पादों पर से वैट घटा कर आम आदमी को राहत देने तथा वैश्विक संकट के इस दौर में सहकारी संघवाद की भावना के साथ काम करने की अपील की।
पीएम मोदी ने बुधवार को कहा कि पिछले साल नवंबर महीने में केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती किए जाने के बावजूद कुछ राज्यों ने इस पर वैट नहीं घटाया और अपने लोगों को इसका लाभ ना देकर उन्होंने उनके साथ अन्याय किया है।
देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उभरती परिस्थिति पर मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि वह महामारी से इतर एक अलग विषय उठाना चाहते हैं और यह विषय वैश्विक स्थिति की वजह से चुनौतियों का सामना कर रहे आम लोगों से जुड़ा है।