इस्लामिक स्टेट(IS) ने अफगानिस्तान के विभिन्न शहरों में हुए धमाकों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 40 से अधिक लोग मारे गए हैं। मजार-ए-शरीफ और शी डोकान मस्जिद में हुए धमाकों की जिम्मेदारी आईएस ने ली है। शुक्रवार को उत्तरी कुंदुज प्रांत में एक अन्य विस्फोट में इमाम साहिब जिले में मावलवी सिकंदर मस्जिद में विस्फोट हुआ, जब लोग दोपहर की नमाज के लिए एकत्र हुए।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि बच्चों सहित कम से कम 33 लोग मारे गए और 43 घायल हो गए। अधिकारियों को आशंका है कि हताहतों की संख्या और बढ़ सकती है। मुजाहिद ने ट्वीट करके कहा कि हम इस अपराध की निंदा करते हैं। पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
बैग में छिपाकर रखा गया था विस्फोटक
शुक्रवार को जारी एक बयान में आईएस ने कहा कि मजार-ए-शरीफ की साईं डोकेन मस्जिद को तबाह करने वाले विस्फोटक उपकरण को बैग में छिपा दिया गया। जब मस्जिद में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई, तब उपकरण में विस्फोट कर दिया गया।
शिया मुसलमानों को निशाना बनाकर बम विस्फोट
अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबद्ध एक संगठन ने गुरुवार को अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों को निशाना बनाकर बम विस्फोट करने का दावा किया। उत्तरी मजार-ए-शरीफ में शिया मस्जिद में हुए विस्फोट में 12 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे।