इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर दोनों देशों के बीच उद्देश्यपूर्ण संबंध की इच्छा जताई लेकिन कश्मीर राग अलापने से भी बाज नहीं आए। इस पत्र में दोनों देशों के बीच सार्थक जुड़ाव पर जोर दिया गया है। शहबाज शरीफ का यह पत्र पीएम मोदी की ओर से बधाई देने वाले पत्र के जवाब में आया है। 11 अप्रैल को शहबाज के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने पत्र के जरिये बधाई दी थी।
पीएम मोदी ने अपने पत्र में शहबाज शरीफ को पत्र के जरिए अवगत कराया था कि भारत पाकिस्तान के साथ सकारात्मक संबंध चाहता है। मालूम हो कि पाकिस्तान की संसद ने इमरान खान को अविश्वास मत में सत्ता से बेदखल कर दिया था। इसके एक दिन बाद शहबाज शरीफ को पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया था। इसके बाद पीएम मोदी ने एक ट्विटर पोस्ट में शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी थी।
पीएम मोदी ने 11 अप्रैल को ट्वीट कर कहा था कि ‘पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में मियां मुहम्मद शहबाज शरीफ को उनके चुनाव पर बधाई। भारत आतंक मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है ताकि हम विकास से जुड़ी चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और अपने लोगों की भलाई सुनिश्चित कर सकें। इसके जवाब में शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगी संबंध चाहता है।
सरकारी सूत्रों ने रविवार को बताया कि शहबाज ने शनिवार को पीएम मोदी को लिखे जवाबी पत्र में कहा, ‘शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया प्रधानमंत्री मोदी। पाकिस्तान, भारत के साथ शांतिपूर्ण व सहयोगी संबंध चाहता है। जम्मू-कश्मीर समेत अन्य विवादों का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है। पाकिस्तान ने आतंकवाद से लड़ते हुए काफी कुछ खोया है। आइए, हम अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करें।’
भारत का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी का संबंध रखना चाहता है, लेकिन इसके लिए इस्लामाबाद को आतंक व शत्रुता से मुक्त माहौल बनाना होगा। फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद भारत की तरफ से पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी शिविर को एयर स्ट्राइक में नष्ट किए जाने के बाद दोनों देशों में तल्खी बढ़ गई है।