देश की दूसरी बड़ी आईटी सर्विसेज प्रोवाइडर कंपनी इंफोसिस (Infosys) का नेट प्रॉफिट मार्च 2022 तिमाही में 12 फीसदी बढ़कर 5,686 करोड़ रुपये रहा है। वहीं, एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का मुनाफा 5,076 करोड़ रुपये था। जबकि मार्च 2022 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 23 फीसदी बढ़कर 32,276 करोड़ रुपये रहा है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 26,311 करोड़ रुपये था।
TCS के मुकाबले 10% डिस्काउंट पर ट्रेड कर रही इंफोसिस
मजबूत डील पाइपलाइन और डिजिटल, क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेज की डिमांड को देखते हुए इंफोसिस ने चालू वित्त वर्ष में 13-15 फीसदी रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान जताया है। फाइनेंशियल ईयर 2023 के लिए कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन गाइडेंस 21-23 फीसदी का है। ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस जेफरीज का कहना है कि TCS के मुकाबले इंफोसिस 10% डिस्काउंट पर ट्रेड कर रही है, जबकि इसका अर्निंग ग्रोथ आउटलुक 2 फीसदी ज्यादा है।
2,050 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बाय रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस ने एक नोट में कहा है, ‘चौथी तिमाही के नतीजों के बाद स्टॉक में कुछ करेक्शन देखने को मिल सकता है। हमने FY20 से यह नोटिस किया है कि जब भी टीसीएस के मुकाबले इंफोसिस 10 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड करती है तो इसका स्टॉक अगले 12 महीने में 10 पर्सेंट टीसीएस को आउटपरफॉर्म करता है।’ जेफरीज ने इंफोसिस के शेयरों पर बाय रेटिंग बनाए रखी है और मजबूत ग्रोथ आउटलुक को देखते हुए 2,050 रुपये का रिवाइज्ड टारगेट प्राइस दिया है।
ब्रोकरेज हाउस Emkay के एनालिस्ट्स का मानना है कि ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस में चूकने से निकट भविष्य में स्टॉक पर थोड़ा दबाव देखने को मिल सकता है। ब्रोकरेज हाउस ने इंफोसिस के स्टॉक पर बाय रेटिंग बनाए रखी है और 1,970 रुपये का रिवाइज्ड टारगेट प्राइस दिया है।