महिलाओं के हाथों से बनाए गए फूल झाड़ू की बाजार में काफी मांग है
जशपुर में स्व सहायता समूह की महिलाओं को उत्पाद विक्रय करने के लिए वन विभाग ने संजीवनी दुकान भी उपलब्ध कराया गया है
समूह की महिलाओं को 13 हजार का आर्थिक लाभ प्राप्त हो गया है
जशपुर जिले वन जैव विविधता के दृष्टिकोण से काफी समृद्ध है। ईमारती काष्ठ, साल बीज, महुआ फूल, तेंदू पत्ता के अतिरिक्त उच्च गुणवत्ता के कई अन्य लघुवनोपज भी पाये जाते हैं। वनमण्डलाधिकारी श्री जितेन्द्र उपाध्याय के दिशा निर्देश में जशपुर की वन विभाग से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाएं फूल झाडू बना रही है वनों में पाए जाने वाले वनोपज फूल झाड़ू है जो जिले के वनों में पाया जाता है।
उप वनमण्डलाधिकारी श्री एस के गुप्ता ने बताया की वन धन योजना अन्तर्गत समर्थन मूल्य पर फूल झाड़ू का संग्रहण वन समूहों द्वारा 5 हजार प्रति क्वि के दर से किया जा रहा है। संग्रहित फूल झाड़ू का मूल्य वर्धन का कार्य ग्राम पोरतेंगा के वन धन समूह द्वारा किया जा रहा है। वन धन के अमर स्व सहायता समूह के 10 महिलाओ द्वारा संग्रहित फूल झाडू से उत्तम गुणवत्तायुक्त झाड़ू बनाया गया है।समूह द्वारा अभी तक 50 हजार रुपए मूल्य का झाड़ू बनाया है। जिसका विक्रय अभी तक संजीवनी केन्द्र से किया जा रहा है। फूल झाड़ू को उपभोक्ताओं द्वारा काफी पंसद किया जा रहा है।इस कार्य से समूह को 13 हजार रूपये का शुद्ध लाभ हुआ है।अब वृहत स्तर पर झाड़ू फूल का संग्रहण एवं झाड़ू निर्माण का कार्य तैयार किया गया है। झाड़ू का विक्रय संजीवनी के साथ साथ जिले के सी मार्ट के माध्यम किया जावेगा।