जीवन मे हर कोई सफल होना चाहता है। ढृढ़ निश्चय और लगन के साथ मंजिल की ओर बढ़ने वालों को सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समूह से जुड़ी राज्य के सुदूर वनांचल जिला दंतेवाड़ा की महिलाओं ने आपने हौसले और हिम्मत से स्वावलंबन की एक नई मिसाल प्रस्तुत की है।
दंतेवाड़ा के पार्वती महिला ग्राम संगठन, गीदम विकासखण्ड की भारत माता स्व-सहायता समूह, कटेकल्याण की तिरंगा समूह, विकासखण्ड कुआकोंडा की लक्ष्मी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा इस बार होली त्यौहार को ध्यान में रखते हुए हर्बल गुलाल का निर्माण किया गया। चारों स्व सहायता समूह में लगभग 25 से 30 महिलाएं कार्यरत हैं। इस हर्बल गुलाल को बनाने के लिए पालक, मेहंदी, टेसू, गेंदा, हल्दी, चुकंदर, लाल भाजी जैसे वनस्पति चीजों इत्यादि का उपयोग किया गया। समूह की दीदियों ने बताया कि इस गुलाल को बनाने में प्रतिकिलो 120 रुपए का अनुमानित खर्च आया, जिसे 250-500 रुपए किलो की दर से विक्रय किया गया। जिससे उनको अच्छी खासी आमदनी प्राप्त हुई है। जिला मिशन प्रबंधन ने बताया गया कि इस वर्ष जिले में लगभग 5 क्विंटल हर्बल गुलाल बनाकर दीदियों द्वारा लगभग 1 लाख 25 रुपये तक का विक्रय किया गया। जिससे बहुत कम समय मे अच्छी आमदनी प्राप्त हुई। हर्बल गुलाल हेतु विशेष पैकेजिंग की डिजाईन कराया गया था।