कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने आज सुबह जलजीवन मिशन की साप्ताहिक बैठक लेकर विभिन्न जलप्रदाय योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने ऐसे ठेकेदारों को चिन्हांकित करने के निर्देश दिए, जिन्होंने स्वीकृत पेयजल योजनाओं के तहत पाइपलाइन विस्तार व टंकी निर्माण का कार्य अब तक प्रारम्भ ही नहीं किया है। विशेष तौर पर कुरूद विकासखण्ड में रेट्रोफिटिंग और सिंगल विलेज योजनाओं के कार्य धीमी गति से चलने पर कलेक्टर ने असंतोष जाहिर किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रस्तावित कार्यों का अनुमोदन भी किया।
आज सुबह दस बजे से कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जल जीवन मिशन अंतर्गत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की 33वीं साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न पेयजल योजनाओं के तहत खोदे जा रहे गड्ढों के समुचित निष्पादन एवं संरक्षण स्थानीय स्तर किए जाने के लिए पत्र लिखने के निर्देश दिए। साथ ही इन योजनाओं के तहत कार्यों का संधारण सही ढंग से करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में मिशन के सदस्य सचिव सह कार्यपालन अभियंता ने बताया कि रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजनांतर्गत 262 के लक्ष्य के विरूद्ध सभी की तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है तथा 253 के कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं, जबकि 09 योजनाओं की निविदा आमंत्रित की गई है। इनमें कुरूद विकासखण्ड के ग्राम भैंसमुंडी, सिवनीकला, मेंडरका, सिलीडीह, सिलघट, सिहाद, मगरलोड के ग्राम पाहंदा तथा धमतरी के ग्राम भिड़ावर और परेवाडीह के विरूद्ध आमंत्रित की गई निविदाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सिंगल विलेज योजनाओं में 361 लक्ष्य के विरूद्ध 269 योजनाएं तैयार की गई हैं, जिनमें से 235 योजनाओं की तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकति प्राप्त हो चुकी है तथा इसके तहत कुल 144 के कार्यादेश जारी किए गए हैं। इसी तरह सोलर आधारित पेयजल योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि 80 तैयार योजनाओं में से सभी की तकनीकी, प्रशासकीय स्वीकृति उपरांत कार्यादेश जारी हो चुके हैं और पाइपलाइन विस्तार व घरेलू नल कनेक्शन संबंधी कार्य प्रगति पर है।
बैठक में कलेक्टर ने विकासखण्ड स्तरीय प्रयोगशाला में पदस्थ केमिस्ट की संविदा की अवधि में विस्तार करने, रेट्रोफिटिंग तथा सिंगल विलेज योजनाओं की छह-छह योजनाओं की आमंत्रित निविदा में से प्राप्त न्यूनतम दर के प्रस्तावों का अनुमोदन दिया। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।