कलेक्टर श्री अजीत वसंत की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभा कक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्हांेने समय सीमा के लंबित प्रकरणों के संबंध में अधिकारियों से वन-टू-वन जानकारी प्राप्त की और निराकरण के संबंध में संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर श्री वसंत ने आयुष्मान भारत कार्ड के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में उन्होंने कहा कि इस योजना तहत शासकीय और चिन्हांकित प्राइवेट अस्पताल में हर परिवार को 5 लाख रूपए तक के कैशलेस ईलाज (मुफ्त ईलाज) की सुविधा दी गई है। इस योजना के तहत पुरानी बीमारी के अलावा अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के सभी खर्चे कवर किए जाते हैं। इस योजना में इलाज के दौरान होने वाले 5 लाख रूपए तक के खर्च का वहन सरकार द्वारा की जाती है। इस अवसर पर उन्होंने जिले में जारी आयुष्मान भारत कार्ड की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की और आयुष्मान भारत कार्ड लक्ष्य के अनुरूप जारी नहीं होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और लक्ष्य की पूर्ति हेतु कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के ग्राम स्तरीय उद्यमियों (व्हीएलई) को घर घर जाकर आयुष्मान भारत कार्ड बनानेे हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर श्री वसंत ने समर्थन मूल्य पर जिले में पंजीकृत किसानों से धान खरीदी कार्य की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि जिले में 01 दिसंबर से अब तक 96 प्रतिशत धान खरीदी की जा चुकी है। उन्हांेने कहा कि धान खरीदी का कार्य 7 फरवरी तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के अंतिम दिनांे में कोचिए और बिचौलिए सक्रिय रहते हैं। इस हेतु उन्होंने धान खरीदी के शेष दिनांे में सतर्कता के साथ पंजीकृत किसानों सेे धान खरीदने के निर्देश दिए हैं। बैठक में उन्होंने राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की समीक्षा की। उन्होेने कहा कि इस योजना के तहत राज्य शासन द्वारा 3 फरवरी को जिले में 14 हजार 177 पात्र पाए गए हितग्राहियों के खाते में पहली किस्त की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की जाएगी। इस हेतु उन्हांेने हितग्राहियों के त्रुटिरहित बैंक खातों के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में उन्होने जिला खनिज संस्थान न्यास मद से विकासखण्ड लोरमी एवं पथरिया में सुपोषण अभियान के तहत संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र(एनआरसी) के बारे में जानकारी प्राप्त की और एनआरसी में भर्ती बच्चों के माताओं के खाते में राशि हस्तांतरित करने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह उन्होंने पशु चिकित्सा संस्थाओं में पशु चिकित्सा सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण करने हेतु जिला खनिज न्यास संस्थान मद से ही विकास खण्ड लोरमी अंतर्गत पशु चिकित्सालय डिंडौरी, पशु औषधालय कटामी, अखरार, सेमरसल में नियुक्त 04 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों के मानदेय आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने ईट भट्ठों में काम करने वाले श्रमिकांे के बच्चों के लिए संचालित झूलाघर और डीएमएफ मद से बच्चों को दी जा रही पौष्टिक आहार एवं पाठ्य सामग्री के अलावा और शासन की योजनाओं से श्रमिकों को लाभांवित करने के संबंध में जानकारी प्राप्त की और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से श्रमिकांे को लाभांवित करने के संबंध में बैंक के नोडल अधिकारी (एलडीएम) को निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने पशु पालक और मत्स्य पालक किसानों के लिए जारी किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। इसी क्रम में उन्होने बैगा जनजाति किसानों के चिन्हांकन और उन्हंे किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने के संबंध में की गई कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त की और निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने वर्तमान एवं भूतपूर्व पंचायत पदाधिकारियों से लंबित वसूली, डायवर्सन वसूली,जाति प्रमाण पत्र, कोविड-19 टीकाकरण, बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए कमजोर बच्चों के लिए संचालित कोचिंग सेंटर, शिक्षा गुणवत्ता, किसान सम्मान निधि,भू अर्जन तथा स्वावलंबी गौठान, कोविड अनुग्रह सहायता राशि, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, लोक सेवा गारंटी अधिनियम सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिये। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर द्वय श्री तीर्थ राज अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य श्री दशरथ सिंह राजपूत, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नम्रता आनंद डोगरें, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नवीन भगत, सभी अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।