मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 12 जनवरी को महान दार्शनिक और विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद जी की जयंती ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ पर आज यहां अपने निवास कार्यालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा है कि स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी है। उन्होंने अपने उपदेशों और ओजस्वी व्याख्यानों से देश-दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया। स्वामी जी के ‘उठो,जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये‘ जैसे कई सूक्त वाक्य आज भी युवाओं को नई ऊर्जा से भर देते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान और गर्व की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी ने कलकत्ता के बाद रायपुर में अपने जीवन का सर्वाधिक समय बिताया। यहां के बुढ़ापारा में उनका बचपन बीता। उनकी अमूल्य यादों को सहेजने और संवारने के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वामी जी के रायपुर स्थित निवास स्थान रायबहादुर भूतनाथ डे भवन को स्मारक के रूप में विकसित किया जा रहा है। रायपुर का बूढ़ातालाब अब विवेकानंद सरोवर के नाम से जाना जाता है। नवा रायपुर स्थित विमानतल भी विवेकानंद जी के नाम पर जाना जाता है, जो रायपुर से स्वामी जी के जुड़ाव की पहचान कराता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्तालीस वर्ष की कम उम्र में स्वामी जी विचारों की जो अतुल्य विरासत हमें सौंप गए हैं, वे आज भी महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हैं।