धमतरी के संबलपुर स्थित धान खरीदी केंद्र में आज पहले दिन चालू खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की शुरुवात किसान श्री संतोष यादव के लगभग 37 किं्वटल धान के साथ हुई। सुबह-सुबह अपनी उपज लेकर जब 52 वर्षीय श्री यादव केंद्र पहुंचे तो जारी टोकन के हिसाब से सुव्यवस्थित तरीके से खरीदी की तैयारी थी। वे खुश होकर बताते हैं कि खरीदी की शुरुवात आज उनसे हो रही है। आज अपनी उपज की पहली खेप लेकर वे केंद्र आए हैं। उन्हें राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत अब तक तीन किश्तों में नौ-नौ हजार भी मिले हैं, जिसे वे खाद, बीज और अन्य जरूरी काम में उपयोग किए। यहीं संबलपुर के ही श्री राम कृष्ण मोहंती भी 34 किं्वटल धान की तौलाई कराते हुए प्रसन्नता व्यक्त किए कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम समर्थन मूल्य में धान खरीदी कर दिया जा रहा है। खरीदी केंद्र पहुंचे अन्य किसान भी उत्साहित नजर आए।
गौरतलब है की चालू खरीफ विपणन वर्ष में संबलपुर सहित धमतरी ज़िले के उपार्जन केंद्रों में आज से समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जा रही है। संबलपुर स्थित धान खरीदी केंद्र में आज 31 किसानों का टोकन कटा है और दिनभर में उनसे 944 किं्वटल धान (मोटा, पतला) खरीदा जाएगा। यहां संबलपुर सहित बोड़रा, सांकरा के कुल 1149 किसान पंजीकृत हैं। उनसे 39 हजार 463 किं्वटल 79 किलो धान खरीदा जाएगा। इस बार सुव्यवस्थित धान खरीदी करने किसानों की संबंधित गांव में ही सूची तैयार कर समिति द्वारा उन्हें टोकन जारी किया गया है, जिससे किसानों को असुविधा ना हो। इस साल केंद्र में पांच नए चबूतरे भी बनाए गए है। केंद्र में पर्याप्त बारदाने, प्रकाश व्यवस्था, धान सुरक्षा के लिए तीन चौकीदार तैनात किए गए हैं।
ध्यान रहे इस साल ज़िले के एक लाख 16 हजार 967 पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर चार लाख 53 हजार 191 मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान है। कलेक्टर श्री पी एस एल्मा के मार्गदर्शन में कार्ययोजना तैयार की गई है। ज़िले के 96 उपार्जन केन्द्रों में सुव्यवस्थित धान खरीदी के लिए टोकन जारी कर हर दिन 2807 किसानों से कुल एक लाख नौ हजार 950 किं्वटल धान खरीदी की जाएगी। सीमांत किसानों से एक बार, मध्यम किसानों से दो बार तथा बड़े किसानों से तीन बार में धान खरीदी की जाएगी। टोकन हर सप्ताह के लिए जारी किया जाएगा और जारी टोकन की सूची समिति में चस्पा करने किए जाने के निर्देश हैं। यदि जिस किसान को टोकन मिला हो और वह किसी वजह से धान बेचने केन्द्र नहीं आता, तो उसे फिर आठ दिन बाद के लिए ही पुनः टोकन जारी किया जाएगा, जिससे कि खरीदी केन्द्रों में व्यवस्थित तरीके से धान खरीदी की जा सके। खरीदी केन्द्रों के नोडल अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान कम्प्यूटर, हमाल, आर्द्रतामापी यंत्र, तारपोलिन, भूसा-डेनेज, तौल के लिए कांटा-बांट, बारदानों की उपलब्धता, डेटा एंट्री ऑपरेटर, चबूतरा, समर्थन मूल्य का प्रदर्शन, बैनर-पोस्टर इत्यादि की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करनी होगी। समर्थन मूल्य में धान बेचने को लेकर ज़िले के किसानों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।