जलजीवन मिशन के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने कार्य-प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निविदा की पूर्णता के पश्चात् भी संबंधित ठेकेदारों के द्वारा योजनाओं का कार्य प्रारम्भ नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें नोटिस जारी करने के लिए कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित किया। साथ ही प्रगतिरत कार्यों का रोजाना फॉलोअप लेने के भी निर्देश दिए। बैठक में रेट्रोफिटिंग योजना, सिंगल विलेज योजना सहित सोलर आधारित योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा कर कलेक्टर ने आवश्यक निर्देश दिए, साथ ही विभिन्न कार्यों का अनुमोदन इस दौरान किया गया।
आज सुबह कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जलजीवन मिशन की 22वीं साप्ताहिक बैठक में कार्यपालन अभियंता सह सदस्य सचिव ने रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजना की प्रगति के बारे में बताया कि 262 योजनाओं में से 122 के विरूद्ध निविदा आमंत्रित कर आगे की प्रक्रिया जारी है और 140 का कार्यादेश जारी किया जा चुका है। इनमें से 127 कार्य प्रगतिरत हैं। सिंगल विलेज जलप्रदाय योजना के बारे में बताया गया कि 361 के लक्ष्य के विरूद्ध 166 की प्रशासकीय एवं तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है। इनमें से 28 की निविदा आमंत्रित करना शेष है जबकि 98 योजनाएं प्रक्रियाधीन है। इसके अलावा 40 का कार्यादेश भी जारी किया गया है। इसी तरह सोलर आधारित पेयजल योजनाओं की जानकारी देते हुए कार्यपालन अभियंता ने बताया कि तैयार योजनाओं की संख्या 80 है जिनकी तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। इनमें से 66 योजनाआंे के कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन 80 योजनाओं के विरूद्ध 82 सोलर पम्प स्थापना के लिए क्रेडा विभाग को पाइपलाइन एवं घरेलू नल कनेक्शन के लिए कार्यादेश जारी किया गया है जिनमें से 40 पम्प स्थापना कार्य पूर्ण एवं 31 प्रगति पर है जबकि 11 कार्य प्रारम्भ होना शेष है। इस पर कलेक्टर ने सभी कार्यों को जल्द पूर्ण करने तथा सर्वे सूची के अनुसार शत-प्रतिशत स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित ग्राम पंचायतों के सामुदायिक भवनों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता और सुलभता के लिए निर्देशित किया। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।