कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभा कक्ष में कल 18 नवम्बर को कृषि एवं समवर्गी विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर उनके काम काज की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होने कृषि विभाग के अधिकारियों से रबी वर्ष 2021-22 में प्रमुख फसल गेहूॅ, ग्रीष्मकालीन धान, चना और तिलहन फसलों हेतु बीज का भण्डारण, वितरण सहित रासायनिक उर्वरकों के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिये। इसी तरह राज्य पोषित योजना के तहत दलहन बीज उत्पादन प्रोत्साहन योजना, किसान समृद्धि योजना और द्विफसलीय क्षेत्र विस्तार के तहत, कृषकों को देय अनुदान सहित चना फसल प्रदर्शन के तहत लाभान्वित किसानों के बारे में जानकारी प्राप्त की। बैठक में उन्होने प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना, किसान के्रडिट कार्ड और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान के बदले वृक्षा रोपण करने वाले किसानों के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में उन्होने चिराग परियोजना के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
उन्होने कहा कि जिले में कृषि विकास और कृषि उत्पादो के मूल्य संवर्धन कर कृषकों को अधिक से अधिक लाभ प्रदान करने के लिए चिराग परियोजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत उन्होने चयनित ग्रामों के बारे में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिये। इसी क्रम में उन्होने पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा करते हुए राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा,गरूवा,घुरूवा,बारी योजना के तहत निर्मित गोठानों में चारागाह का क्षेत्र बढ़ाने के निर्देश दिये। इसी तरह उन्होने मस्त्य पालन विभाग की समीक्षा की और मस्त्य पालन हेतु प्रत्येंक ग्राम में कम से कम 01 तालाब को पट्टे पर देने के निर्देश दिये। उन्होने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से बाड़ी विकास के संबंध में जानकारी प्राप्त की और जिले के प्रत्येंक विकास खण्ड में पाॅच-पाॅच बाड़ी को आदर्श बाड़ी के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये। इसी परिपेक्ष्य में रेशम विभाग की समीक्षा करते हुए टसर उत्पादन आदि के बारे में निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी श्री रोहित व्यास सहित कृषि और कृषि से संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।