मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 10 नवम्बर को राष्ट्रीय उत्सव समिति द्वारा आयोजित स्टेट हाई स्कूल में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन वाह…वाह… राजनांदगांव का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिस कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास शिरकत करें, वहां सोने पे सुहागा जैसी बात है। उन्होंने सभी को दीपावली एवं छठ पर्व की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री विजय पाण्डेय ने जो परंपरा प्रारंभ की थी उन्हें उनके सुपुत्र श्री तथागत पाण्डेय ने आगे बढ़ाया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे अपने पिता स्वर्गीय विजय पाण्डे के सामाजिक सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाते रहेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कवि सम्मेलन का आनंद लिया।
राष्ट्रीय उत्सव समिति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन वाह…वाह… राजनांदगांव में पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, डॉ. कुमार विश्वास, श्री अशोक चारण, सुश्री मणिका दुबे शामिल हुए। पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे की हास्य व्यंग्य की कविताओं ने श्रोताओं को खूब हंसाया। उन्होंने कोरोना के बाद कतका बाचे…, छत्तीसगढिय़ा काफिंडेंस…, जे मन काखरो नई सुनय तय पुलिस वाले मन आज कविता सुनत हे…, जैसी हास्य कविताओं से श्रोताओं को आनंद से सराबोर किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि अंतर्मन में देश महान साहित्यकार गजानंद माधव मुक्तिबोध की धरती को प्रणाम करने की इच्छा थी, जो आज पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थिति से हमारा देश उबरा है। यहां की मिट्टी की तासीर ही अलग है। उनकी कविता हादसों की जद में है, तो क्या मुस्कुराना छोड़ दे… जैसी प्रेरक एवं ओजस्वी कविताएं सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हुए। श्री अशोक चारण, सुश्री मणिका दुबे की कविताओं ने भी श्रोताओं को बांधे रखा।
इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दलेश्वर साहू, अनुसूचित जाति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री भुनेश्वर बघेल, छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम श्री धनेश पाटिला, खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू, महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री नवाज खान, कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक श्री डी श्रवण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रज्ञा मेश्राम, एसडीएम राजनांदगांव श्री अरूण वर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।