गाइडलाइन के मुताबिक भले ही बच्चों को अल्टरनेट डे में स्कूल बुलाया जा रहा है लेकिन घर में रहते रहते बोर हो चुके बच्चों के चेहरे पर स्कूल आने की खुशी साफ झलक रही है। अर्से बाद दोस्तों और सखियों से मिलकर छात्र-छात्राओं को खुशी महसूस हो रही है।
ऑनलाइन क्लासेस में वो बात नहीं जो स्कूल आकर पढ़ाई करने में होती है।यहां बच्चे डिसीप्लीन में होते हैं जबकि घर पर ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बिस्तर पर ही क्लास लग जाती थी। ऐसे में पढ़ाई में मन नहीं लगता था। उन्होंने कहा सब मास्क लगाकर स्कूल आ रहे हैं ताकि कोरोना फिर से न फैल जाए।
स्कूल के समय में भी परिवर्तन किया गया है। पहले दो पीरियड के बाद कुछ समय के लिए बच्चों को ब्रेक दिया जाता था लेकिन अब सिर्फ एक बार ही केवल लंच के लिए 40 मिनट का ब्रेक दिया जा रहा है ताकि भीड़ से बचा जा सके और पूरी छुट्टी होने के बाद बच्चे सीधे अपने घर जा सकें।