कभी कभी जीवन मे अनेक समस्याओं से सामना करना पड़ता है। अपने आप को कमजोर न समझते हुए दिव्यांग मेघनाथ ने इसका रास्ता भी तलाश कर लिया है ग्राम बिलई, पो.आ. पेण्ड्रीतराई, तहसील व जिला बेमेतरा निवासी मेघनाथ ने बताया कि मेरी आर्थिक स्थिति खराब थी मैं स्वयं अपने व परिवार का अच्छे से पालन पोषण करने में सक्षम नही था, बहुत सारी समस्याएंे विद्यमान थी। दिव्यांग हमेशा असहज महसूस करता है। बहुत ही ज्यादा असहजता महसूस होने तथा आर्थिक समस्या होने के उपरान्त मैं समाज कल्याण विभाग गया और वहां दिव्यांगों को किसी भी प्रकार से सहायता प्रदान की जाती है, के संबंध में जानकारी ली।
जिससे ज्ञात हुआ कि दिव्यांगों को खुद की व्यवसाय करने हेतु स्वरोजगार ऋण प्रदाय किया जाता है। मै तत्काल आवेदन प्रस्तुत करने के संबंध मे आवश्यक जानकारी लिया और जानकारी लेने के उपरान्त सभी जरूरी दस्तावेज सहित जनपद पंचायत के माध्यम से फार्म मे जमा किया। ऋण स्वीकृति पश्चात् समाज कल्याण विभाग बेमेतरा से 04 सितम्बर 2018 को राशि 112500 (अक्षरी-एक लाख बारह हजार पांच सौ रूपये) मुझे चेक के माध्यम से प्राप्त हुआ जिससे मैने स्वयं का किराना दुकान संचालित किया जिससे मेरी आर्थिक स्थिति मे सुधार हुआ। दुकान के संचालन से मेरे परिवार की पालन पोषण करने में आ रही समस्या दूर हुई और मैं आज छोटे से किराना दुकान के बदौलत एक बैटरी चलित ई-रिक्शा लेकर अपनी आर्थिक स्थिति और मजबूत कर रहा हूं। मेरी पत्नि वह भी दिव्यांग है जो घर में किराना दुकान का संचालन एवं कपड़ा सिलाई का काम कर रही है।
जिससे हमें किसी भी प्रकार की समस्या नही हो रही है साथ ही हमें दिव्यांग होने का अफसोस नही है। हमें किसी भी प्रकार की समस्या होने पर घबराना नही चाहियें बल्कि उस कार्य को करने के तरिके के बारे में सोचना चाहिऐ जिससे कार्य करने मे आसानी हो। मैनें वही किया और आज एक सहज व्यक्ति के समान अपना जीवन-यापन कर रहा हूं। यह सब समाज कल्याण विभाग के द्वारा दिये गये ऋण राशि से संभव हुआ है। जिससे मैं धीरे-धीरे आमदानी बढ़ाकर आज अच्छी स्थिति में हूं। समाज कल्याण विभाग द्वारा देय ऋण राशि मेरे जीवन में बहुत ज्यादा मायने रखता है। जिससे मेरे जीवन की नई शुरूवात हुई। आज मैं पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर हूं। मेरे आस-पास के लोग इस सराहनीय काम के लिये समाज कल्याण विभाग की प्रशंसा व धन्यवाद ज्ञापित करते है। साथ ही हमेशा इस तरह के कार्य करने हेतु अपेक्षा करते है।
मैं पहले तो किसी भी प्रकार के आमदानी के बारे में सोचा करता था और समय के साथ वह सपना ही रहेगा एैसा महसूस हो रहा था।लेकिन आज एैसा नही है मेरा आय समय के साथ बढ़ता जा रहा है। इस सराहनीय कार्य के लिये मैं एवं मेरा पूरा परिवार समाज कल्याण विभाग को धन्यवाद ज्ञाापित करता हूं इसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा।