Security personnel in Bijapur were attacked by an IED explosion that was triggered manually by Maoists hiding nearby. Despite earlier sanitisation, the blast killed jawans who were returning after a successful operation. The incident raises questions about the effectiveness of standard operating procedures and the use of light motor vehicles for transport through insurgency-affected areas.
Related Posts
छत्तीसगढ़ के इस गांव के लोग मना रहे दिवाली, आज भाई दूज-मातर पर्व, यहां हर त्योहार एक हफ्ते पहले ही मनाते हैं
- admin
- October 20, 2022
- 0
हर कोई इस दिवाली को खास अंदाज में मनाना चाहता है, लेकिन छत्तीसगढ़ के एक गांव में 18 अक्टूबर से दिवाली की शुरुआत हो गई […]
जगदलपुर : बड़े कड़मा के गौठान ने ग्रामीणों को दिया रोजगार का सुनहरा अवसर
- admin
- June 7, 2023
- 0
बारहमासी रोजगार आज हर किसी की जरुरत है। अक्सर मानसून के दौरान खेतीबाड़ी तथा समय-समय पर वनोपज संग्रहण ही आमदनी का जरिया समझने वाले ग्रामीणों […]
रायपुर : राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत को कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने पर शुभकामनाएं दी
- admin
- January 4, 2023
- 0
राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत से विधानसभा में मुलाकात की। श्री अग्रवाल ने डॉ. महंत को विधानसभा अध्यक्ष […]