पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर के यंगस्टरों में इस ड्रग्स की काफी खपत हो रही थी. इसके सेवन से व्यक्ति के मुंह से किसी भी तरह की स्मैल नहीं आती है. साथ ही एंफेटामाइन का सेवन करने वाले लोग बहुत ही जल्द ड्रग एडिक्ट हो जाते हैं.
चार विदेशी नागरिक और दिल्ली में शानदार घर. सबकुछ अच्छा चल रहा था, मगर सवाल ये है कि इस आलीशान घर का इस्तेमाल किसके लिए होता था. दरअसल, सभी चारों विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन पर आरोप है कि ये ड्रग्स बना रहे थे. ये सभी आरोपी घर का इस्तेमाल “अच्छी गुणवत्ता” वाले प्रतिबंधित मेथामफेटामाइन दवाओं का उत्पादन करने के लिए कर रही थे.
आलीशान घर या प्रयोगशाला?
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एलेस्टोनिया एस्टेट में मौजूद आलीशान घर में 445 ग्राम मेथमफेटामाइन दवा और 20.5 किलोग्राम कच्चा माल बरामद किया, जिसमें एक किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन भी शामिल था. इसके अलावा, मेथमफेटामाइन के अवैध निर्माण के लिए प्रयोगशाला का भंडाफोड़ हुआ. दिल्ली पुलिस ने छापे से हीटिंग मेंटल मशीन और उच्च गुणवत्ता वाले फेस मास्क सहित अत्याधुनिक उपकरण भी बरामद की.
कौन है ये 4 विदेशी नागरिक?
पुलिस ने बताया कि नाइजीरियाई नागरिक एज़े उचेन्ना जेम्स (49), अलीटुमो इफ़ेदी शेड्रैक (28), एज़े इबे एमेका चिबुज़ो उर्फ इको (56) और केन्याई नागरिक इवो ओसिता उर्फ उस्ता उर्फ ओसे (44) को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह के अनुसार, आरोपियों में से एज़े, अलीटुमो और इवो को पहले मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में गिरफ्तार किया गया था और दोषी ठहराया गया था और वे सशर्त जमानत पर बाहर थे.
नशीली दवाओं का भंडाफोड़ दिल्ली पुलिस द्वारा मादक पदार्थों के आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा था.
जल्द ड्रग एडिक्ट होते हैं लोग
27 नवंबर, 2023 को द्वारका जिले के एंटी-नारकोटिक्स सेल की एक टीम को एक नाइजीरियाई नागरिक के ड्रग सिंडिकेट में शामिल होने के बारे में गुप्त सूचना मिली. टीम ने छापेमारी कर एज़े को उत्तम नगर से पकड़ लिया. एज़े की गिरफ्तारी के तुरंत बाद, उसके सहयोगी अलीटुमो को 11 जनवरी को उत्तम नगर के उसी इलाके से पकड़ा गया और उसके कब्जे से लगभग 100 ग्राम मेथमफेटामाइन दवा बरामद की गई.
पुलिस ने कहा कि अलीटुमो, इबे और इवो के साथ मिलकर ग्रेटर नोएडा स्थित लैब में अच्छी गुणवत्ता वाली मेथामफेटामाइन दवा का निर्माण करते थे, जिस पर छापा मारा गया और 16 जनवरी को इन सभी को पकड़ लिया गया.
पुलिस ने कहा कि आरोपी दिल्ली और आसपास के इलाकों में अपने संभावित ग्राहकों को ड्रग्स वितरित करते थे.