Goa murder case: पोस्टमार्टम से हुआ खुलासा, बच्चे की कपड़े के टुकड़े या तकिए से दबाकर की गई हत्या
नई दिल्ली : बेंगलुरु की एक सीईओ को अपने बेटे की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले ने देश को झकझोर करके रख दिया है. इस मामले की जैसे-जैसे पुलिस जांच आगे बढ़ा रही है, हर दिन इस घटना से जुड़े चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
- सूचना सेठ ने 6 जनवरी को गोवा के कैंडोलिम में अपार्टमेंट में चेक-इन किया और 8 जनवरी तक वहां रही. पुलिस को संदेह है कि उसने अपार्टमेंट में अपने चार साल के बेटे की हत्या कर दी. पुलिस ने कहा कि उसने कथित तौर पर शव को एक बैग में भरा और सोमवार को एक टैक्सी में कर्नाटक ले गई.
- पोस्टमार्टम से पता चला कि बच्चे की हत्या कपड़े के टुकड़े या तकिए से दबाकर की गई थी.
- कैब ड्राइवर की मदद से उसे सोमवार को रात में कर्नाटक में गिरफ्तार किया गया. ड्राइवर ने बताया कि 10 घंटे से ज्यादा चली पूरी यात्रा के दौरान सेठ ने एक भी शब्द नहीं बोला.
- पुलिस सूत्रों का कहना है कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रही है और उसने अभी तक अपने बच्चे की मौत या उसमें अपनी भूमिका पर “कोई पछतावा प्रकट नहीं” किया है.
- 39 वर्षीय सूचना सेठ की अपने पति वेंकट रमन के साथ बच्चे की कस्टडी को लेकर लड़ाई चली थी.
- सूचना के सामान से एक हस्तलिखित नोट बरामद हुआ है जिसमें उसने अपने पति के साथ झगड़े और चल रही अदालती कार्यवाही के कारण मानसिक परेशानी के बारे में लिखा था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि नोट एक टिशू पेपर पर आईलाइनर का उपयोग करके लिखा गया था.
- एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम नोट की सामग्री का खुलासा नहीं करना चाहेंगे, लेकिन यह इशारा करता है कि वह अपने बच्चे की कस्टडी को लेकर परेशान थी.”
- जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उसने 6 जनवरी को अपने अलग रह रहे पति वेंकट रमन को मैसेज किया था. उसने उससे कहा कि वह अगले दिन बच्चे से मिल सकता है. लेकिन जब वह आया तो बेंगलुरु में घर पर कोई नहीं था.
- इस जोड़े के तलाक के दस्तावेजों के अनुसार सूचना सेठ ने अगस्त 2022 में रमन के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था. उसने उस पर उसका और उसके बेटे का शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था. वेंकट रमन ने अदालत में इस आरोप से इनकार किया.
- अदालत ने रमन के खिलाफ निरोधक आदेश जारी किया. इस आदेश के जरिए उसे उसकी पत्नी के घर जाने या उससे या बच्चे से बातचीत करने पर रोक लगा दी गई थी. बाद में उसे मुलाकात करने का अधिकार दिया गया. यह एक ऐसा घटनाक्रम है जिसने कथित तौर पर सूचना सेठ को परेशान कर दिया.