WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.
नई दिल्ली:
दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर अब भी जारी है. WHO ने भी इसे लेकर चिंता (WHO On Corona Virus) जाहिर की है. डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरल अभी खत्म नहीं हुआ है. इसका सिर्फ आकार और व्यवहार बदला है, अब भी यह पहले की तरह ही जानलेवा है. नए साल से पहले यानी कि दिसंबर महीने में कोरोना संक्रमण से करीब 10 हजार मौतें दर्ज की गई हैं. दिसंबर महीने में लोगों के मेल-मिलाप और गैदरिंग की वजह से कोरोना वायरस ने एक बार फिर से बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. इसके साथ ही इसका ट्रांसमिशन भी काफी बढ़ गया.
कोरोना के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता
हालांकि कोरोना संक्रमण अब पहले जितना खतरनाक नहीं है लेकिन फिर भी इसके खौफ से इनकार नहीं किया जा सकता. डब्लूएचओ ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई और आईसीयू में ये मरीजों की भर्ती में नवंबर की तुलना में 62% का इजाफा हुआ है. यही वजह है कि सरकारी स्तर के साथ साथ व्यक्तिगत तौर पर भी सावधानी बरतनी ज़रूरी है.
किस देश में कोरोना के कितने मरीज?
भारत में फिलहाल कोरोना के 3400 एक्टिव मामले हैं. वहीं बात अगर ब्राजील की करें तो यहां पर कोरोना संक्रमण के करीब साढ़े 12 लाख मरीज़ हैं. वहीं अमेरिका में करीब 11 लाख कोरोना के मरीज हैं. वियतनाम में मरीजों की संख्या 9 लाख से ज्यादा, मैक्सिको में करीब 5 लाख और जर्मनी में साढ़े 3 लाख एक्टिव मामले हैं.
भारत में कोरोना के 3400 एक्टिव मामले
भारत के 27 राज्यों में कोरोना के मामले हैं.12 राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 के मामले पाए गए हैं. वहीं करीब 90 % मरीज होम आएसलेशन में हैं. अस्पतालों में करीब 300 मरीज भर्ती हैं, जिनमे 25 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है. 33 मरीज आईसीयू और 11 मरीज वेंटिलेटर पर हैं.