ईंधन किसी एयरलाइन की परिचालन लागत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इंडिगो ने पिछले साल एटीएफ की कीमतों में बढ़ोतरी की भरपाई के लिए ईंधन शुल्क लगाने की घोषणा की थी. यह कदम उठाने वाली वह पहली विमानन कंपनी थी.
नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने विमान ईंधन की कीमतों में कमी के बाद बृहस्पतिवार से ईंधन शुल्क वसूलना बंद करने की घोषणा की है. इससे कुछ लंबे मार्गों पर हवाई किराये में 1,000 रुपये तक की कमी आएगी. एयरलाइन ने एटीएफ (एविएशन टर्बाइन फ्यूल) की कीमतों में उछाल के बाद छह अक्टूबर, 2023 से ईंधन शुल्क वसूलना शुरू किया था. दूरी के आधार पर ईंधन शुल्क की मात्रा 300 रुपये से लेकर 1,000 रुपये तक तय की गई थी.
अपने परिचालन का विस्तार कर रही एयरलाइन ने कहा कि एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में हालिया कटौती के बाद चार जनवरी से विमान टिकट पर ईंधन शुल्क हटा दिया गया है. इंडिगो की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘‘ एटीएफ की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहता है..इसलिए हम कीमतों या बाजार स्थितियों में किसी भी बदलाव से निपटने के लिए अपने किराये और उसके घटकों को समायोजित करना जारी रखेंगे.”
ईंधन किसी एयरलाइन की परिचालन लागत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इंडिगो ने पिछले साल एटीएफ की कीमतों में बढ़ोतरी की भरपाई के लिए ईंधन शुल्क लगाने की घोषणा की थी. यह कदम उठाने वाली वह पहली विमानन कंपनी थी.
यदि उड़ान की दूरी 500 किलोमीटर तक हो तो प्रत्येक यात्री से 300 रुपये का ईंधन शुल्क लिया जाता था और 501-1,000 किलोमीटर की दूरी के लिए यह राशि 400 रुपये थी. ईंधन शुल्क 1,001-1,500 किलोमीटर के लिए 550 रुपये, 1,501-2,500 किलोमीटर के लिए 650 रुपये और 2,501-3,500 किलोमीटर के लिए 800 रुपये था.
वहीं 3,501 किलोमीटर तथा उससे अधिक के लिए यह राशि 1,000 रुपये थी. ईंधन शुल्क हटने से इंडिगो की विमान टिकट की कुल कीमत कम से कम 300 रुपये से 1,000 रुपये तक कम हो जाएगी.
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले महीने लोकसभा को सूचित किया था कि हवाई किराया सरकार द्वारा न तय और न ही विनियमित किया जाता है.