छह पीएसएलवी मिशन में एक अंतरिक्ष विज्ञान उपग्रह, एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, दो प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन और एनएसआईएल द्वारा दो वाणिज्यिक मिशन का प्रक्षेपण किया जाएगा.
नई दिल्ली: सरकार ने बताया कि इसरो की योजना 2024 में एक एलवीएम3, छह पीएसएलवी और तीन जीएसएलवी उपग्रहों का प्रक्षेपण करने की है. एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने नवीनतम प्रक्षेपक वाहन एसएसएलवी की तीसरी विकास उड़ान पर एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन उपग्रह भी प्रक्षेपित करेगा.
उन्होंने राज्यसभा को बताया कि अंतरिक्ष एजेंसी के ‘गगनयान कार्यक्रम’ के तहत दो मानव रहित मिशन शुरू करने की भी योजना है. मंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त, असफलता की स्थिति के तहत ‘‘गगनयान क्रू एस्केप सिस्टम” के लिए एक परीक्षण वाहन का उपयोग करने वाले कई उप-कक्षीय मिशनों की भी योजना बनाई गई है.
अंतरिक्ष एजेंसी ने पंखों वाले पुन: प्रयोज्य लॉन्च वाहन के दो स्वायत्त रनवे लैंडिंग प्रयोगों को भी रेखांकित किया है और न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) द्वारा एक वाणिज्यिक अनुबंध के तहत खरीदे गए प्रक्षेपक के माध्यम से जीएसएटी 20 संचार उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया है.
छह पीएसएलवी मिशन में एक अंतरिक्ष विज्ञान उपग्रह, एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, दो प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन और एनएसआईएल द्वारा दो वाणिज्यिक मिशन का प्रक्षेपण किया जाएगा. तीन जीएसएलवी मिशनों में एक मौसम विज्ञान उपग्रह, एक नेविगेशन उपग्रह और एक संयुक्त नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह का प्रक्षेपण करना है, जबकि एलवीएम 3 प्रक्षेपण एनएसआईएल द्वारा एक वाणिज्यिक मिशन है.