वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अवैध व्यापार रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का किया आह्वान

सीतारमण ने कहा, “मुझे सीबीआईसी के ऑपरेशन SESHA फेज-4 लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है. शेषाचलम एक पवित्र पहाड़ी को संदर्भित करता है, जहां लाल चंदन की लकड़ी की तस्करी होती है. रेड सैंडर्स का कितना हिस्सा देश से बाहर जाता है.”

नई दिल्ली: 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अवैध व्यापार के मास्टरमाइंडों पर नकेल कसने के लिए और अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी और दूसरे अवैध व्यापार को रोकने के लिए देशों को एकजुट होकर सामूहिक पहल करनी होगी. वित्त मंत्री सोमवार को डिपार्टमेंट ऑफ़ रेवेनुए इंटेलिजेंस द्वारा दिल्ली में आयोजित प्रवर्तन मामलों में सहयोग पर वैश्विक सम्मेलन को संबोधित कर रही थी.

निर्मला सीतारमण ने कहा कि तस्करी की वजह से अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचता है. इसे रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाकर तस्करी के पीछे के मास्टरमाइंडों पर नकेल कसनी होगी.

अवैध व्यापार एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय समस्या बन गई है और इससे सख्ती से निपटने के लिए देश जब तक सामूहिक पहल नहीं करेंगे, इसे रोकना संभव नहीं होगा.

अवैध व्यापार पर नकेल कसने के लिए नई मुहिम का ऐलान
वित्त मंत्री ने कहा कि देशों को कानूनी पहल के साथ कार्रवाई के योग्य जानकारी भी एक-दूसरे के साथ ज़्यादा करना होगा. उन्होंने इस मौके पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड द्वारा शेषाचलम के जंगलों में लाल सैंडर्स लकड़ी के अवैध व्यापार पर नकेल कसने के लिए एक नई मुहिम का ऐलान भी किया.

सीतारमण ने कहा, “मुझे सीबीआईसी के ऑपरेशन SESHA फेज-4 लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है. शेषाचलम एक पवित्र पहाड़ी को संदर्भित करता है, जहां लाल चंदन की लकड़ी की तस्करी होती है. रेड सैंडर्स का कितना हिस्सा देश से बाहर जाता है.”

चिंता अवैध व्यापार, आतंकवाद और आर्गनाइज्ड क्राइम की फंडिंग को लेकर भी बढ़ रही है. एनडीटीवी से बातचीत में विश्व सीमा शुल्क संगठन के सेक्रेटरी जनरल कुनियो मिकुरिया ने माना कि अवैध व्यापार का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग और आर्गनाइज्ड क्राइम के लिए हो रहा है.

ज़ाहिर है, दुनियाभर में अवैध व्यापार का संकट बढ़ रहा है और इससे निपटने की चुनौती भी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *