दिल्ली-NCR, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से में भूकंप के झटके महसूस किए गए. बताया जा रहा है कि नेपाल में दो बार भूकंप आया. फिलहाल कहीं से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.
नई दिल्ली:
दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Centre for Seismology) के मुताबिक, भूकंप (Earthquake tremors) के चार झटके महसूस किए गए. भूकंप का पहला झटका दोपहर 2:25 बजे आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.6 मापी गई. दोपहर 2:51 बजे दूसरा झटका महसूस हुआ, जिसकी तीव्रता 6.2 मापी गई. इसके बाद दोपहर 3 बजकर 6 मिनट पर भूकंप का तीसरा झटका महसूस हुआ. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.8 मापी गई. फिर 3 बजकर 19 मिनट पर भूकंप का चौथा झटका महसूस हुआ. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.1 रही. भूकंप का केंद्र नेपाल में रहा. इसकी गहराई पृथ्वी के तल से 5 किमी रही. फिलहाल कहीं से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के डायरेक्टर जेएल गौतम ने बताया, “सबसे ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के जोशीमठ से 200 किलोमीटर दूर दक्षिण पूर्व नेपाल में था. ये 6.2 मॉडरेट इंटेनसिटी का भूकंप था. नेपाल से सटे यूपी, उत्तराखंड, बिहार के अलावा पंजाब हरियाणा, राजस्थान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
उत्तर प्रदेश में 5.5 तीव्रता का आया भूकंप
उत्तर प्रदेश में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया. लखनऊ, कानपुर, आगरा, नोएडा, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अयोध्या, अलीगढ़, हापुड़, अमरोहा में भूकंप के झटके महसूस किए गए. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं
राजस्थान और हरियाणा में महसूस किए गए भूकंप के झटके
राजस्थान के जयपुर, अलवर में करीब 6 से 7 सेकेंड में तीन-चार झटके महसूस किए गए. वहीं, हरियाणा में मंगलवार को एक दिन में दूसरी बार भूकंप आया. पानीपत, रोहतक, जींद, रेवाड़ी और चंडीगढ़ में दोपहर बाद 2:50 पर झटके महसूस हुए. इससे पहले सोनीपत में आज सुबह 2.7 तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र सोनीपत बताया जा रहा है. धरती के 8 किलोमीटर नीचे हलचल दर्ज की गई है.
उत्तराखंड में मंगलवार दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. दोपहर करीब दो बजकर 52 मिनट पर पहाड़ से मैदान तक भूकंप महसूस हुआ. राजधानी देहरादून समेत, श्रीनगर, उत्तरकाशी, टिहरी व पूरे कुमाऊं मंडल में भूकंप आया. इस दौरान करीब पांच सेकंड तक धरती हिलती रही. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों और कार्यालयों से बाहर निकल गए.
असम और मेघालय और त्रिपुरा में सोमवार को महसूस हुए थे भूकंप के झटके
इससे पहले असम और मेघालय में सोमवार शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.2 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र मेघालय के नार्थ गारो हिल्स में 10 किलोमीटर की गहराई में था. असम और मेघालय के अलावा त्रिपुरा में भी भूंकप के झटके महसूस किए गए हैं. फिलहाल, कहीं से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.
उत्तरी बंगाल के कुछ भागों में महसूस हुए भूकंप के झटके
उत्तरी बंगाल के कुछ भागों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. ऐसा बताया कि सिलीगुड़ी और कूचबिहार में भूकंप आया है न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप सोमवार शाम को करीब 6 बजकर 15 मिनट पर आया. भूकंप की तीव्रता 5.2 थी, जो खतरनाक स्तर की मानी जाती है. ऐसे में लोग घरों से बाहर निकल आए.
कब आते हैं भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. ज्यादा प्रेशर होने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
कितनी तीव्रता का भूकंप खतरनाक?
-हर भूकंप की तीव्रता को अलग कैटेगरी में रखा जाता है. 2.5 से 5.4 तीव्रता वाले भूकंप माइनर कैटेगरी में होते हैं.
-5.5 से 6 तीव्रता वाले भूकंप को हल्का खतरनाक भूकंप माना जाता है. इसमें मामूली नुकसान होने की संभावना जताई जाती है.
-अगर 6 से 7 तीव्रता का भूकंप आता है, तो ज्यादा जनसंख्या वाले क्षेत्र में डैमेज हो सकता है.
-वहीं, 7 से 7.09 के भूकंप को खतरनाक माना जाता है, जिसमें बिल्डिंग में दरार या उनके गिरने की आशंका रहती है.
-इससे ऊपर की तीव्रता वाले सभी भूकंप को बेहद खतरनाक कैटेगरी में रखा जाता है.