संस्कृत विद्यामण्डल के अध्यक्ष श्री शर्मा ने संस्कृत भाषा की सार्वभौमिकता एवं महत्व के बारे में बताया
छत्तीसगढ़ के सभी विद्यालयों में संस्कृत सप्ताह 27 अगस्त से 2 सितम्बर तक विविध प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर मनाया गया। समापन समारोह वन विभाग के आक्सन हाल में किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ राज्य संस्कृत विद्यामण्डल के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में संस्कृत भाषा की सार्वभौमिकता, वैज्ञानिकता, समृद्धता, अक्षुणता एवं महता को रेखांकित करते हुए बताया कि संस्कृत भाषा में रोजगार के अवसर एवं राज्य सरकार के सहयोग से संस्कृत साहित्य के विकास का कार्य लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा पढ़ाने वाले शिक्षक एवं आचार्य विद्यार्थियों को सरल, सहज एवं रूचिकर अध्यापन कार्य कराये। जिससे विद्यार्थी संस्कृत भाषा को आसान तरीके से विद्या अध्ययन ग्रहण कर सके।
इस दौरान जिला मिशन समन्वयक श्री खेल सिंह नायक ने संस्कृत सप्ताह के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के शुभकामना संदेश का वाचन किया। हाईस्कूल सढ़ौली, चिखली, मालगांव, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गरियाबंद, सरस्वती शिशु मंदिर गरियाबंद एवं स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों ने संस्कृृत भाषा में राजगीत का गायन, नाटक, गीत, संभाषणं, शलोक, सुक्तियां एवं आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किये। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम के सचिव श्रीमती अलका दानी, सहायक संचालक श्री लक्ष्मण प्रसाद साहू, नृत्य प्राध्यापक श्री तोयनिधि वैष्णव, श्री मनोज केला एवं विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य एवं संस्कृत के व्याख्याता सहित छात्र-छात्राएं उपस्थ्ति थे।