नई दिल्ली:
दुनिया की सबसे महंगी गाड़ियों में शुमार रोल्स-रॉयस (Rolls-Royce Deadly Accident) कंपनी की रोल्स रॉयस फैंटम तीन दिन पहले हरियाणा के नूंह के पास हादसे का शिकार हो गई. हादसा दिल्ली मुंबई वडोदरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पर हुआ. डीजल टैंकर से टकराने के बाद ये लग्जरी (Rolls-Royce Accident Video) कार जलकर राख हो गई. इस कार की अनुमानित कीमत 12 करोड़ 41 लाख के आसपास थी. हादसे में कार बेशक जल गई हो, लेकिन उसमें बैठे चंडीगढ़, दिल्ली व गुरुग्राम के तीन सवारों को मामूली चोटें आईं. जबकि टैंकर में सवार 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. इस बीच NDTV की टीम ने हादसे की जगह का मुआयना किया. आइए समझते हैं कि ये हादसा कैसे हुआ और कैसे इतनी सेफ्टी मेजर्स वाली लग्जरी कार जलकर राख हो गई.
हादसा 22 अगस्त को दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेसवे के उमरी गांव में हुआ. हादसे की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जिसमें पता चला है कि रोल्स रॉयस चालक की गलती वजह से हादसा हुआ था. दरअसल, हाईवे पर लग्जरी कार और टैंकर की टक्कर के बाद चक्के के घसीटने के निशान देखे जा सकते हैं. निशान देखकर समझा जा सकता है कि डीजल का टैंकर यू-टर्न लेने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान स्पीड में आ रही रोल्स-रॉयस की टैंकर से आगे की तरफ से टक्कर हो जाती है. टक्कर इतनी जोरदार थी कि टैंकर साइड की ओर से पलट गया. उसके अंदर बैठे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस के अनुसार, रॉल्स-रॉयस की स्पीड 200 किमी प्रति घंटा थी. इसमें तीन लोग सवार थे, जिन्हें मामूली चोटें आईं. उन्हें इलाज के लिए गुरुग्राम ले जाया गया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रॉल्स-रॉयस 20 कारों के काफिले का हिस्सा था, जिसमें लाल बत्ती लगी हुई थी और नीले सफारी सूट में सुरक्षाकर्मी थे. सीसीटीवी फुटेज में अलीपुर में काफिले को सुबह 11 बजकर 11 मिनट पर राजस्थान की ओर बढ़ते हुए दिखाया गया है. नूंह में एक्सप्रेसवे के 40.9 किमी के निशान पर वो टैंकर से टकरा गया.
नूंह के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोल्स-रॉयस में आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन जब तक इसे बुझाया गया, कार पूरी तरह से जल चुकी थी. अधिकारी ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि टक्कर के बाद टैंकर में डीजल नहीं गिरा. अगर डीजल का रिसाव होता, तो हादसा और भी बदतर हो सकता था.