मिल रहा महिलाओं को रोजगार, दूर हो रहा कुपोषण
महिला समूह द्वारा बनाए जा रहे मूंगफली की चिक्की से बच्चों में पोषण स्तर बढ़ाने पर भी मदद मिल रही है। यह चिक्की विटामिन-ई मैग्नीशियम से भरपूर है। दंतेवाड़ा जिले में महिला समूह द्वारा उत्पादित मूंगफली की चिक्की आंगनबाढ़ी केंद्र के बच्चों को दी जा रही है। बच्चें भी इसे काफी पसंद कर रहे हैं। जिला प्रशासन की पहल पर मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत महिला बाल विकास विभाग की 2 परियोजनाओं में मूंगफली चिक्की की सप्लाई की जा रही है। जल्द ही 8 परियोजनाओं में इसे लागू किया जाएगा ।
मूंगफली से चिक्की बनाने के काम की शुरूआत बड़े कारली की स्व-सहायता समूह की दीदीयां और राजीव युवा मितान के युवाओं के साथ मिलकर हुई। चिक्की का काम में मिली सफलता और स्थानीय बाजार और आंगनबाड़ी केंद्रों मे इसकी मांग को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा महिला समूह को बड़ेगुडरा एवं गीदम परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए मूंगफली की चिक्की सप्लाई का काम सौंपा गया। समूह द्वारा अब तक 25 हजार 665 नग 1 लाख 53 हजार 990 रूपए की चिक्की आपूर्ति की गई है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना में 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को तथा गर्भवती महिलाओं और 6 माह तक के दूध पीने वाले बच्चों की माताओं को उबला अंडा और सोयाबीन की बड़ी दी जाती है। इसके अलावा बच्चों को मूंगफली की लड्डू भी दिए जाते है। दूध, केला, अंडा बच्चों के लिए पौष्टिक आहार होता है।