सूत्रों के अनुसार बाकायदा प्लेसमेन्ट एजेंसी की तर्ज पर लॉरेस क्राइम कंपनी में धड़ल्ले से देश के युवा भर्ती किए जा रहे हैं. ये खुलासा दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की तफ्तीश में हुआ है. गैंगस्टर नरेश शेट्टी गिरोह में भर्ती का काम कर रहा है.
नई दिल्ली:
देश के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में बंपर भर्ती हो रही है. सूत्रों के अनुसार बाकायदा प्लेसमेन्ट एजेंसी की तर्ज पर लॉरेस क्राइम कंपनी में धड़ल्ले से देश के युवा भर्ती किए जा रहे हैं. ये खुलासा दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की तफ्तीश में हुआ है. गैंगस्टर नरेश शेट्टी गिरोह में भर्ती का काम कर रहा है.
बता दें कि यही वो गैंगस्टर है जो लॉरेंस बिश्नोई के साथ साए की तरह जुड़ा हुआ है. कई सालों से इसके कंधे पर ही लॉरेंस क्राइम कंपनी को मैन पॉवर प्रोवाइड कराने का टास्क है.
हाल ही में क्राइम ब्रांच को पता चला है कि बिल्कुल प्लेसमेंट एजेंसी के तर्ज पर चाहे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब का जेल हो या फिर सोशल मीडिया प्लेटफार्म नरेश शेट्टी जहां-जहां मौजूद रहा वहां उसने अपने वशीकरण के गुर से दर्जनों नाबालिग लड़को की भर्ती गैंग के लिए की. ये खुलासा खुद नरेश शेट्टी ने क्राइम ब्रांच के सामने किया है.
क्राइम ब्रांच के अधिकारी बताते हैं कि नरेश शेट्टी बिल्कुल इस तरह से नाबालिग लड़कों से बात करता है जैसे वो उनका वशीकरण कर रहा है. कुछ देर की बातचीत या मुलाकात के बाद नाबालिग बड़ी आसानी से लॉरेंस क्राइम कंपनी जॉइन कर लेते हैं.
कैसे तलाश किए जाते हैं टारगेट?
नरेश ने बताया कि वो देश की जिन जिन भी जेलों में बन्द रहा वहां आने वाले छोटे मोटे जुर्म के कैदियों खासकर नाबालिग या युवाओं से दोस्ती बढ़ाता है और फिर लॉरेंस के किस्से कहानी सुनाकर, गैंग के वर्चस्व का हवाला देकर, लॉरेंस की रील्स दिखाकर, उन्हें गैंग के लिए भर्ती करता जाता है.
सूत्रों के मुताबिक आज लॉरेंस क्राइम कंपनी के लिए कोई भी टास्क पूरा करने के लिए दो चार दस नहीं बल्कि करीब 500 नाबालिग देश भर से जेलों के जरिये या सोशल मीडिया साइट्स के जरिए जुड़े हैं.
डेविल, बॉबी, रॉकेट, गो-गो- ये सब नाबालिग के कोड नाम रखे जाते हैं. ऐसे न जाने अनगिनत नामों के जरिए सोशल मीडिया पर नाबालिग लड़कों का ब्रेन वॉश भी नरेश ही करता है. फिर जरूरत के हिसाब इनका इस्तेमाल शराब कारोबारी से फिरौती, बिजनेसमैन से वसूली, वसूली न मिलने के एवज में उनके घर दफ्तरों पर फायरिंग, टोल प्लाजा के मालिक, बड़े दवा कारोबारी, कार शो रूम के मालिक, बड़ी गारमेंट्स फेक्ट्री के मालिक से वसूली में इन्ही नाबालिग का इस्तेमाल किया जाता है.
नरेश इस वक्त तिहाड़ के मंडोली के जेल नंबर 15 में बन्द है. लॉरेंस क्राइम कंपनी का उभरता चेहरा अक्षय है. गैंगस्टर अक्षय कोई और नहीं बल्कि वशीकरण में माहिर गैंगस्टर नरेश का सगा भतीजा है. नरेश शेट्टी की बदौलत अक्षय का फर्जी पासपोर्ट हरियाणा से बनवाया गया, जिसके बाद वह दुबई के रास्ते कैलिफ़ोर्निया पहुंचा. इस वक्त उसके पुर्तगाल में होने की खबर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगी है.
लॉरेंस बिश्नोई का यह नया पैंतरा लॉरेंस क्राइम कंपनी को करोड़ों की उगाही करवाने में सफल हो रहा है. अक्षय ने विदेश से ताबड़तोड़ फिरौती के कई फोन कॉल्स दिल्ली एनसीआर में कर डाले.
बता दें कि अक्षय का इस्तेमाल लॉरेंस बिश्नोई गैंग इसलिए कर रहा है क्योंकि उसके खिलाफ दिल्ली एनसीआर में महज कुछ ही मुकदमे दर्ज हैं और वह इतना लाइमलाइट में नहीं आया है. जबकि गोल्डी बरार और अनमोल बिश्नोई इंटरनेशनल लेवल पर एक्सपोज हो चुके हैं. सारी कमान अक्षय को सौंप दी गई है. ताकि इंटरनेशनल ऑपरेशन अक्षय संभाले.