कमिश्नर श्री श्याम धावड़े ने किया निरीक्षण
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के मक्का उत्पादक कृषकों विशेषकर बस्तर अंचल के कृषकों को उनकी उपज का बेहतर लाभ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कोण्डागांव जिले के कोकोड़ी गांव में मक्का से एथेनॉल बनाए जाने के लिए प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। 140 करोड़ 67 लाख रूपए की लागत से बन रहा यह प्रोसेसिंग प्लांट आगामी दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा। बस्तर संभाग के कमिश्नर श्री श्याम धावड़े ने आज ग्राम कोकोड़ी पहुंचकर निर्माणाधीन प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण किया। यह प्रोसेसिंग प्लांट मां दन्तेश्वरी मक्का प्रसंस्करण सहकारी समिति की देखरेख में संचालित होगा। कमिश्नर श्री धावड़े ने इस मौके पर अधिकारियों को सभी तकनीकी मापदण्डों का पालन करते हुए प्लांट का निर्माण समय-सीमा में पूरा कराए जाने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि प्रदेश का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट कोंडागांव जिले के कोकोड़ी में स्थापित किया जा रहा है, जहां बस्तर अंचल में उत्पादित मक्के की प्रोसेसिंग करके एथेनॉल तैयार किया जाएगा। जिसका उपयोग पेट्रोल मिश्रित ईंधन के रूप में होगा। इस प्लांट के निर्माण से बस्तर अंचल के मक्का उत्पादक लगभग 60 से 70 हजार किसान सीधे लाभान्वित होंगे। प्लांट में स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिलेगा। इसके निर्माण को लेकर किसान और ग्रामीण बेहद उत्साहित है। कमिश्नर श्री धावड़े ने अधिकारियों को इथेनॉल प्लांट को अगस्त 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य देते हुए निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
ज्ञातव्य है कि निर्माणाधीन एथेनॉल प्लांट के लिए वित्तीय स्वीकृति सहित पर्यावरणीय, सतही एवं भूगर्भीय जल प्रयोग की अनुमति मिल गयी है। प्लांट में उपयोग के लिए पानी की आवश्यकता के अनुसार बोर खनन और बल्लारी नाला में स्टापडेम का निर्माण कराकर पानी की पूर्ति की योजना है। कमिश्नर ने प्लांट के समीप मक्का लाने वाले वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था के लिए ज़मीन का चिन्हाकन के निर्देश दिए। इस मौके पर एसडीएम श्री चित्रकांत ठाकुर, डिप्टी कमिश्नर माधुरी सोम, वरिष्ठ निज सहायक श्री हरेंद्र जोशी, एथेनॉल प्लांट के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री केएल उईके सहित प्लांट निर्माण से जुड़े ईपीसी मौज इंजीनियरिंग, प्लांट मैनेजिंग कन्सलटेंसी, च्वाइस कन्सलटेंसी के प्रतिनिधी मौजूद थे।