कांग्रेस की राजस्थान इकाई पार्टी के आलाकमान के लिए सिरदर्द बनी हुई है क्योंकि इस साल के अंत में होने वाले राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गहलोत और पायलट के बीच तनाव खुलकर सामने आ गया है.
जयपुर :
सीएम गहलोत और सचिन पायलेट के बीच जारी खींचतान के बीच राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को कहा कि सालों पुरानी पार्टी का सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा से कोई लेना-देना नहीं है, जो 15 मई को समाप्त हुई थी. उन्होंने कहा कि यह उनकी यात्रा है.कांग्रेस का इससे कोई लेना-देना नहीं है. राज्य स्तर पर चर्चा की जानी चाहिए, सीएम और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामने. लेकिन कर्नाटक चुनाव से पहले यात्रा करना ठीक नहीं है.”
उन्होंने कहा कि राजनीति को किसी का स्थायी मित्र या शत्रु नहीं होता है. हम सचिन पायलट से बात करेंगे. बता दें कि पायलट ने हाल ही में अपनी यात्रा समाप्त की है और सीएम अशोक गहलोत को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि वो राज्य में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में कार्रवाई करें. कांग्रेस नेता ने 31 मई तक सीएम द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर सड़कों पर उतरने और राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करने की धमकी भी दी है.
पायलट ने तीन मांगों को सामने रखा है – पिछली बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों के खिलाफ कार्रवाई, राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के विघटन और पुनर्गठन, और पेपर लीक से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा. उन्होंने महीने के अंत तक कार्रवाई की मांग की है.
कांग्रेस की राजस्थान इकाई पार्टी के आलाकमान के लिए सिरदर्द बनी हुई है क्योंकि इस साल के अंत में होने वाले राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गहलोत और पायलट के बीच तनाव खुलकर सामने आ गया है.