विधायक दल की बैठक से ‘मुख्‍यमंत्री’ की घोषणा तक…ऐसे सिद्धारमैया के नाम पर बनी सहमति

कांग्रेस ने तीन दिनों की मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद बृहस्पतिवार को ऐलान किया कि कर्नाटक की सत्ता का ताज सिद्धरमैया के सिर पर सजेगा और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार नई सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे.

नई दिल्‍ली: 

कांग्रेस ने आखिरकार आज घोषित कर दिया कि सिद्धारमैया राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे और डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभालेंगे. पिछले कुछ दिन से दोनों नेताओं के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर रस्साकशी चल रही थी, जो आज समाप्‍त हो गई. अब बेंगलुरु में 20 मई को शपथ ग्रहण का आयोजन होगा, जिसमें कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल होंगे. सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार देर रात पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के.सी. वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ मंत्रणा की और फिर सिद्धारमैया और शिवकुमार को इस फार्मूले पर राजी किया गया.
कर्नाटक में पार्टी विधायक दल का नेता चुनने के लिए पिछले तीन दिनों से कांग्रेस में गहन मंथन का दौर जारी था. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के साथ ही उन्हें कुछ महत्वपूर्ण विभाग भी सौंपे जा सकते हैं. इस फार्मूले पर सहमति बनने के बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार ने बृहस्पतिवार सुबह खरगे से उनके आवास पर मुलाकात की. देर रात स्थिति साफ हो गई और आज कांग्रेस ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री के नाम की घोषणा की.

विधायक दल की बैठक से ‘मुख्‍यमंत्री’ के नाम की घोषणा तक…

  • कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद राज्‍य में विधायक दल की बैठक हुई.
  • दिल्ली से सुशील कुमार शिंदे और दो पर्यवेक्षक भेजे गए, ये जानने के लिए कि विधायकों की राय क्‍या है?
  • पार्टी आलाकमान द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षकों ने विधायकों से मुलाकात की. ये मुलाकात लगभग 4 से 5 घंटों तक चली.
  • विधायकों को नेता चुनने के लिए नाम पर्ची पर लिखने को कहा गया. इसे सीक्रेट वोटिंग भी कहा जा सकता है.
  • विधायकों ने सिद्धारमैया को 85 और शिवकुमार को करीब 45 वोट मिले. कुछ वोट आलाकमान के निर्णय लेने के पक्ष में भी थे.
  • पर्यवेक्षक सुशील कुमार शिंदे ने अपनी ये रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को सोमवार 15 मई शाम को सौंपी.
  • खरगे ने कर्नाटक प्रभारी सुरजेवाला और वेणुगोपाल से इस रिपोर्ट पर चर्चा की.
  • सिद्धारमैया दिल्ली पहुंचे और कई बड़े नेताओं से मिले.
  • शिवकुमार को दिल्ली बुलाया गया, जो पेट में दर्द होने के कारण दिल्‍ली नहीं आए थे.
  • मंगलवार को राहुल गांधी की खरगे से मुलाकात की.
  • राहुल ने कहा कि विधायकों की भावना का आदर किया जाए.
  • मंगलवार को ही सिद्धारमैया और शिवकुमार कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मिले.
  • बुधवार को राहुल गांधी सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार अलग-अलग मिले.
  • डीके शिवकुमार फिर खरगे से मिलते हैं, जहां उन्हें सिद्धारमैया के CM बनाने की जानकारी दी जाती है.
  • शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री का पद देने की बात होती है. मगर खरगे एक दलित उपमुख्यमंत्री भी चाहते थे.
  • शिवकुमार इसके लिए तैयार नहीं थे, वो अकेले उपमुख्यमंत्री बनना चाहते थे.
  • खरगे ने सोनिया गांधी से बात की, जिसमें सोनिया ने खरगे को विधायकों के साथ जाने की सलाह दी.
  • खरगे ने सुरजेवाला और वेणुगोपाल को डीके को समझाने पर लगाया.
  • सोनिया गांधी ने भी डीके शिवकुमार से बात की.
  • डीके शिवकुमार अकेले डिप्टी सीएम और कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालय की बात पर मान गए.
  • बुधवार देर रात सिद्धारमैया और शिवकुमार को निर्णय सुनाया गया.
  • गुरुवार को दोपहर में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर मुख्‍यमंत्री और उपमुख्‍यमंत्री के नाम की घोषणा कर दी गई.

राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें जीतीं.

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