आमिर खान की एक फिल्म 1999 में रिलीज हुई थी. फिल्म ब्लॉकबस्टर हिट रही थी. लेकिन जानते हैं इसकी शूटिंग के लिए एक पचास साल पुराने महल को खोला गया था.
नई दिल्ली:
एक फिल्म बनती है तो उसके साथ कितने किस्से कहानियां जुड़ जाते हैं. कुछ किस्से भुला दिए जाते हैं लेकिन कुछ अफसाने ऐसे होते हैं जो हमेशा हमेशा के लिए याद रह जाते हैं. पिक्चर हिट होती है तो वो किस्से भी दिलचस्प लगने लगते हैं. ऐसे ही कुछ किस्से जुड़े हैं आमिर खान की सुपरहिट फिल्म ‘सरफरोश’ के साथ. सरफरोश के डायरेक्टर जॉन मैथ्यू मथान ने ही कुछ समय पहले फिल्म से जुड़े कुछ किस्से साझा किए थे. जो हैरान भी करते हैं और उनकी तारीफ करने पर भी मजबूर करते हैं.
आमिर खान की ‘सरफरोश’ की शूटिंग राजस्थान के बहुत से रेतीले हिस्से में हुई है. आपको अगर फिल्म का क्लाइमैक्स याद हो तो ये भी याद होगा कि पूरा क्लाइमैक्स एक महल में शूट होता है. इस महल और फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा है. ये एक ऐसा महल था जो पाकिस्तान की विरासत बन सकता था. लेकिन विभाजन के दौरान एन वक्त पर उसे भारत को सौंप दिया गया. इस महल के महाराजा ने उस पर ताला जड़ दिया था. जो खुला पूरे पचास साल बाद और सबसे पहले फिल्म के डायरेक्टर जॉन मैथ्यू मथान ही उसके अंदर गए ताकि लोकेशन समझ सकें. महल देखने के बाद उन्होंने पक्का इरादा कर लिया कि फिल्म का अहम हिस्सा वहीं शूट होगा.
आमिर खान की सरफरोश की मशहूर गजल
दिलचस्प यह है कि फिल्म एक गजल खूब पॉपुलर हुई थई. इस गजल को सुनने वाले इसके खूबसूरत लिरिक्स और जगजीत सिंह की मखमली आवाज में डूब जाते हैं. निदा फाजली ने इस गजल को बिना फिल्म की स्टोरी जाने ही लिखा है. फिल्म के डायरेक्टर नहीं चाहते थे कि उनकी फिल्म की स्टोरी रिलीज से पहले किसी और को पता चले. उन्होंने निदा फाजली को सिर्फ सिचुएशन बताई. निदा फाजली ने अलग अलग तरह की कुछ गजलें लिखीं. जिनमें से एक होश वालों को खबर क्या. फाइनल हुई.
आमिर खान की सरफरोश फिल्म ब्लॉकबस्ट रही थी. इस फिल्म को दर्शकों का खूब प्यार मिला था. फिल्म में आमिर खान के अलावा नसीरूद्दीन शाह, सोनाली बेंद्रे, मुकेश ऋषि और गोविंद नामदेव लीड रोल में नजर आए. फिल्म का बजट लगभग आठ करोड़ रुपये बताया जाता है कि जबकि इसने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 34 करोड़ रुपये की कमाई की. फिल्म ने अपनी लागत के लगभग चार गुना बॉक्स ऑफिस से वसूले.