सारंगढ़-बिलाईगढ़ : चिरायु योजना से प्रतिमा को गंभीर जन्मजात बीमारी से मिली राहत

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिरायु योजना का ग्राफ कलेक्टर डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी के निर्देशन में नित नई नई ऊंचाईयों की ओर बढ़ रहा है। जिले के उप तहसील कोसीर अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र रीवापार-1 की बालिका प्रतिमा अनंत, जो कि गंभीर जन्मजात बीमारी न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से ग्रसित थी। इस बीमारी में मस्तिष्क एवं रीढ़ में समस्या आती है। समय रहते उपचार न होने की स्थिति में गम्भीर समस्या हो सकती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ में संचालित चिरायु टीम द्वारा 18 अप्रैल 2023 को आंगनबाड़ी केंद्र रीवापार जाकर बच्ची प्रतिमा के माता पिता से मिलकर उन्हें चिरायु से निःशुल्क इलाज़ की बात को समझाया गया एवं प्रेरित किया गया।
चिरायु टीम द्वारा बच्ची प्रतिमा को तत्काल उच्च संस्थान रायपुर बेहतर परीक्षण एवं इलाज हेतु भेजा गया। सभी आवश्यक दस्तावेजों के दुरुस्तीकरण के साथ 1 मई 2023 को प्रतिमा को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायपुर में भर्ती कराया गया, जहां सभी प्रकार के जांच होने के उपरांत 3 मई 2023 को प्रतिमा का सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद प्रतिमा बिल्कुल स्वस्थ है। चिरायु टीम द्वारा उसके तबियत की फाओअप इलाज की जा रही है। सामान्य तौर पर ऐसे ऑपरेशन में लाखों रुपए खर्च आते हैं, किन्तु शासन के आयुष्मान भारत के तहत बच्चों के लिए संचालित चिरायु योजना से यह इलाज पूर्णतः निःशुल्क संभव हुआ है।
चिरायु कार्यक्रम की इस सफलता में कलेक्टर डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी का निर्देशन-कुशल मार्गदर्शन के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री एन एल इजारदार, चिरायु नोडल डॉ पी डी खरे, चिरायु टीम के डॉ बद्री विशाल पंकज, डॉ बबीता पटेल, डॉ नम्रता मिंज, डॉ प्रभा सारथी, फार्मासिस्ट हिंगलेश्वरी कुर्रे, योगेश्वर चन्द्रम, एएनएम मोंगरा कंवर, कोसीर सेक्टर रीवापार के आरएचओ राजकुमार व प्रेमलता का सराहनीय योगदान रहा है। उल्लेखनीय है कि चिरायु योजना से बच्चों का स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यकतानुसार उच्च संस्थानों में इलाज़ निःशुल्क कराया जाता है।

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