दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के बजट पर सोमवार शाम रोक लगा दी. केजरीवाल ने कहा है कि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है.
नई दिल्ली:
दिल्ली में अब बजट को लेकर केजरीवाल सरकार और केंद्र आमने-सामने हैं. आज दिल्ली विधानसभा में बजट पेश नहीं होने जा रहा है. बजट विवाद के बाद बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह बीजेपी ने शोर मचाया है, मैं उसकी घोर निंदा करता हूं. इससे पहले दिल्ली सरकार के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केजरीवाल सरकार के बजट पर रोक लगा दी है और इसे मंगलवार को विधानसभा में पेश नहीं किया जाएगा. हालांकि, दोनों ही ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बजट विवाद पर कहा कि अरविंद केजरीवाल अपनी गलतियों को छिपाने के लिए केंद्र, प्रधानमंत्री पर आरोप लगा रहे हैं. उपराज्यपाल (एलजी) के कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, एलजी ने 2023-2024 के वार्षिक वित्तीय विवरण को नौ मार्च को कुछ टिप्पणियों के साथ मंजूरी दी और फाइल मुख्यमंत्री को भेजी थी. इसके बाद दिल्ली सरकार ने गृह मंत्रालय को एक पत्र भेजकर राष्ट्रपति की स्वीकृति मांगी थी जो कानून के तहत जरूरी है.
गृह मंत्रालय ने 17 मार्च को दिल्ली सरकार को अपनी टिप्पणियों से अवगत कराया. एलजी कार्यालय मुख्यमंत्री की ओर से फाइल भेजे जाने का इंतजार कर रहा है. आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह बेहद ‘‘शर्मनाक” है कि बजट को रोका गया है. उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया के सामने हमारा मजाक बनाया गया है। यह शर्मनाक है कि केंद्र एक छोटे-से प्रदेश का बजट रोक रहा है.