इस पूरी घटना को लेकर अशोक नगर के CMHO डॉ. नीरज छारी ने कहा कि ये कोई पहला साल नहीं है जब फोल्क डांसर्स का HIV और हेपेटाइटिस बी का टेस्ट करवाया गया हो.
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश में मेले के दौरान आई फोल्क डांसर्स (लोक नर्तिकाओं) का HIV टेस्ट करवाने का एक मामला सामने आया है. मिल रही जानकारी के अनुसार अशोकनगर जिले के करिला इलाके में चल रहे मेले के दौरान आई फोल्क डांसर्स का स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने HIV टेस्ट किया था. बता दें कि करीला में ये मेला 11 मार्च से ही चल रहा है. बता दें कि करीला माता-जानकी माता मंदिर के परिसर में चल रहे तीन दिवसीय धार्मिक मेले का आयोजन किया जाता है, जो शायद भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां देवी सीता की पूजा भगवान राम के बिना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि लंका से अयोध्या लौटने के बाद जब भगवान राम ने देवी सीता को छोड़ा था तो वो इसी मंदिर में आई थीं और उन्होंने यहां ही अपने जुड़वा बेटों लव और कुश को जन्म दिया था.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के अनुसार एचआईवी की स्थिति में तीन सबसे महत्वपूर्ण अधिकारों में शामिल हैं – सूचित सहमति का अधिकार (एचआईवी के लिए परीक्षण के लिए परीक्षण किए जा रहे व्यक्ति की विशिष्ट और सूचित सहमति की आवश्यकता होती है और किसी भी शोध और सूचना साझा करने के लिए), गोपनीयता का अधिकार (एक व्यक्ति) एचआईवी स्थिति की जानकारी को गोपनीय रखने का अधिकार है.हालांकि, वो उपनाम के तहत सप्रेशन ऑफ आइडेंटिटी की मदद ले सकते हैं. भेदभाव के खिलाफ अधिकार (एक व्यक्ति को कानून और संविधान के तहत शामिल मौलिक अधिकारों के अनुसार समान व्यवहार का अधिकार है), लेकिन धार्मिक मेले में महिला डांसर्स के परीक्षण को भी फिल्माया गया और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाली गई हैं.
इस पूरी घटना को लेकर अशोक नगर के CMHO डॉ. नीरज छारी ने कहा कि ये कोई पहला साल नहीं है जब फोल्क डांसर्स का HIV और हेपेटाइटिस बी का टेस्ट करवाया गया हो. हम लगातार दो साल से ऐसा करवा रहे हैं. जिन 10 डांसर्स का टेस्ट करवाया गया है, उनसे टेस्ट से पहले उनकी सहमति ली गई थी. टेस्ट कराने का मतलब ये नहीं है कि हम उनके चरित्र पर कोई सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन सावधानी को ध्यान में रखते हुए ये टेस्ट करवाए गए हैं.
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि परीक्षण से पहले महिलाओं की विशिष्ट और सूचित सहमति मानक एचआईवी/एड्स परीक्षण प्रोटोकॉल के अनुरूप ली गई थी या नहीं. खास बात ये है कि राय लोक नृत्य बेदिया समुदाय द्वारा किया जाता है , जो पीढ़ियों से अपनी बेटियों को वेश्यावृत्ति में धकेलने के लिए बदनाम है.