Ind vs Aus 3rd Test: निश्चित तौर पर रवींद्र जडेजा (ravindra Jadeja) की गलती को मैनेजमेंट को महसूस करना होगा. हालांकि, इंदौर में पहले दिन उन्होंने गिरने वाले सभी चारोें विकेट लिए.
नई दिल्ली:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी गावस्कर-बॉर्डर ट्रॉफी में रवींद्र जडेजा बहुत ही प्रचंड फॉर्म में रहे हैं. चोट से उबरने के बाद करीब पांच महीने बाद वापसी करने वाले रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) शुरुआती दोनों ही टेस्ट मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे. गेंद और बल्ले दोनों से ही उन्हों जलवा बिखेरा है. नागपुर की पहली पारी में 70 रन बनाने के साथ ही उन्होंने मैच में सात विकेट लिए, तो दिल्ली में भी एक पारी में 26 रन बनाने के अलावा जड्डू ने दोनों पारियों में मिलाकर दस विकेट चटकाए. इसमें दूसरी पारी में 42 रन देकर सात विकेट भी शामिल हैं. लेकिन इस बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उनके खेल का एक पहलू आलोचना ने घेरे में आ गया है.
दरअसल ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के चौथे ओवर की पहली गेंद पर जडेजा न लबुशेन को आउट किया. इस गेंद पर लबुशेन ने पुल करने की कोशिश की और वह इस कोशिश में बोल्ड हो गए, लेकिन लबुशेन का पारी जारी रही क्योंकि यह नो-बॉल निकली. लबुशेन का यह विकेट ओपनर ट्रेविस हेड के आउट होने के एक ही ओवर बाद आया था. अगर जडेजा की यह गेंद “राइट” होती, तो कंगारू खासे दबाव में आ गए होते. लेकिन लबुशेन ने इसका पूरा फायदा उठाया और अहम 31 रन बनाए. लबुशेन और ख्वाजा मिलकर चाय के समय स्कोर को 1 विकेट पर 71 तक ले गए.
बहरहाल, इस नो-बॉल के बाद कमेंट्री बॉक्स में बैठे रवि शास्त्री और खासकर गावस्कर जडेजा से खासे नाराज दिखे. उन्होंने कहा, “यह अस्वीकार्य है. जडेजा को कुछ मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिले हैं, लेकिन स्पिनर का इस तरह की नो-बॉलर फेंकना सही नहीं है. यह भारत को महंगा पड़ सकता है”. उन्होंने कहा “बॉलिंग कोच मार म्हांब्रे उनके साथ काम करके लाइन के पीछे से गेंदबाजी करानी चाहिए. जडेजा सही होते, तो लबुशेन बिना खाता खोले लौट गए होते. ऐसी छोटी गलतियां इस तरह क पिच पर खासी महंगी साबित हो सकती हैं”
वैसे यह पहला मौका नहीं जब सीरीज में रवींद्र जडेजा ने नो-बॉल के कारण विकेट गंवाया. नागपुर टेस्ट की दूसरी पारी में भी उन्होंने तब नो-बॉल फेंकी, जब उनकी गेंद पर स्टीव स्मिथ आउट हो गए थे. कुल मिलाकर अभी तक जडेजा सीरीज में करीब दस नो-बॉल फेंक चुके हैं. इंदौर में उन्होंने 24 ओवर में गिरने वाले सभी चार विकेट लिए, लेकिन दो नो-बॉल भी फेंकीं.