भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘नयी राजनीति के समर्थकों’ ने ऐसे कदम उठाने से भी परहेज नहीं किया, जिससे दिल्ली के युवा नशे की लत में डूब जाते.
नई दिल्ली:
अब रद्द की जा चुकी आबकारी नीति को लेकर राजधानी दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि वह शराब की दुकानों के ‘प्रसार’ की अनुमति देकर दिल्ली में युवाओं के भविष्य के साथ ‘खिलवाड़’ करने के लिए रची गई ‘साजिश’ के बारे में राजधानी में जागरूकता फैलाएगी. भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘नयी राजनीति के समर्थकों’ ने ऐसे कदम उठाने से भी परहेज नहीं किया, जिससे दिल्ली के युवा नशे की लत में डूब जाते.
उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने का फैसला किया है, क्योंकि ‘‘हमारे लिए, यह सिर्फ भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं है” बल्कि यह हमारे लिए ‘‘दिल्ली में युवाओं के भविष्य” से भी जुड़ा है. त्रिवेदी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर निशाना साधा, जिन्हें सीबीआई ने 2021-22 के लिए, अब बंद हो चुकी शराब नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में रविवार शाम को गिरफ्तार किया था. उन्होंने आबकारी विभाग के साथ ही शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यह विचित्र बात है कि शिक्षा मंत्री और शराब मंत्री एक ही हैं.”
उन्होंने कहा कि आप दावा करती थी कि वे ‘नयी राजनीति के समर्थक” हैं और उन्होंने ऐसे कदम उठाने से भी परहेज नहीं किया, जिससे ‘दिल्ली के युवा नशे की हालत में डूब जाते’. भाजपा ने आरोप लगाया कि वे जो शराब नीति लाए थे, उससे शराब के सेवन को प्रोत्साहन मिला, आवासीय क्षेत्रों, स्कूलों और धार्मिक स्थलों के करीब दुकानें खोली गईं. आम आदमी पार्टी की उत्पत्ति भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन” के आंदोलन से हुई थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और कई अन्य लोग 10 साल पहले इसका हिस्सा थे.
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सोमवार को मांग की थी कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने दो गिरफ्तार मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को तत्काल मंत्रिमंडल से हटाएं. जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल मई में धनशोधन के आरोपों में गिरफ्तार किया था. बिधूड़ी ने कहा था कि दिल्ली मंत्रिमंडल में तत्काल फेरबदल किया जाना चाहिए.