ठाणे पुलिस ने शिवसेना (उद्धव) के नेता संजय राउत के इस दावे को लेकर बुधवार रात उनके विरूद्ध मानहानि संबंधी प्राथमिकी दर्ज की कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे से उनकी जान की खतरा है.
ठाणे:
संजय राउत के खिलाफ ठाणे में एक अजीबोगरीब आंदोलन शिंदे सेना की तरफ से किया गया. इस दौरान मेंटल हॉस्पिटल में संजय राउत को भर्ती करने को लेकर प्रतीकात्मक प्रक्रिया पूरी की गई. पूर्व मेयर मीनाक्षी शिंदे के मुताबिक राउत की दिमागी हालत ठीक नहीं है. वह अनाप-शनाप बक रहे है. इसलिए उनकी और हालत खराब न हो, लोग उन्हें सड़क पर पागल हालत में देख पत्थर न मारे, इसलिए उनके लिए अस्पताल में बेड आरक्षित किया गया है.
पूर्व मेयर मीनाक्षी शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संजय राउत का तो दिमाग घूम गया है और वो दूसरा का दिमाग भी घूमा रहे हैं. भविष्य में उनको इस हॉस्पिटल की जरूरत पड़ेगी, इस बेड को आरक्षित किया गया है. भर्ती करने की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है.
इस आंदोलन के दौरान प्रतीकात्मक संजय राउत को एंबुलेंस में अस्पताल लाया गया और उन्हें भीतर किया गया. दरअसल एक युवक जो एंबुलेंस में आया था, उसने चेहरे पर संजय राउत का मुखौटा पहन रखा था.
दूसरी ओर ठाणे पुलिस ने शिवसेना (उद्धव) के नेता संजय राउत के इस दावे को लेकर बुधवार रात उनके विरूद्ध मानहानि संबंधी प्राथमिकी दर्ज की कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे से उनकी जान की खतरा है. एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत कपूरबावडी थाने में एक मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि यह प्राथमिकी पूर्व महापौर मीनाक्षी शिंदे की शिकायत पर आधारित है.
राउत ने मुंबई के पुलिस आयुक्त को भेजे एक पत्र में कहा था, ‘‘ लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे ने मुझे मारने के लिए ठाणे के अपराधी राजा ठाकुर को सुपारी दी है.’