एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार- कांग्रेस के छह उम्मीदवार करोड़पति हैं, तृणमूल कांग्रेस के चार और दो निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति हैं.
त्रिपुरा में 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमा रहे कुल 259 उम्मीदवारों में से 45 उम्मीदवार करोड़पति हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक इन करोड़पति उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 17 सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं। इसके बाद टिपरा मोथा के नौ उम्मीदवार जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सात उम्मीदवार करोड़पति हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के छह उम्मीदवार करोड़पति हैं, तृणमूल कांग्रेस के चार और दो निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति हैं. चारीलम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा, 15.58 करोड़ की चल और अचल संपत्ति के साथ सबसे धनी उम्मीदवार हैं. मुख्यमंत्री डॉक्टर माणिक साहा 13.90 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे सबसे धनी उम्मीदवार हैं.
एडीआर के राज्य समन्वयक बिस्वेंदु भट्टाचार्य ने बुधवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि माणिक साहा टाउन बारदोवली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. भट्टाचार्य ने कहा कि इस चुनाव में टिपरा मोथा के अभिजीत सरकार तीसरे सबसे धनी उम्मीदवार हैं जिनकी कुल संपत्ति 12.57 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि कुल 55 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाली भाजपा के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति भी सबसे अधिक 1.86 करोड़ रुपये है. भट्टाचार्य ने कहा कि धर्मनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार चयन भट्टाचार्य पर सबसे अधिक 3.07 करोड़ रुपये की देनदारी है.
एडीआर के राज्य समन्वयक ने कहा, ‘‘ आगामी चुनावों के कुल उम्मीदवारों में से 41 (16 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है, जबकि 2018 के चुनावों में 297 उम्मीदवारों में से 22 (7 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने आपराधिक मामलों की घोषणा की थी.”भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस के 13 उम्मीदवारों में से सात (54 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले हैं जबकि भाजपा के 55 में से नौ उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ वाम मोर्चा के 43 उम्मीदवारों में से नौ (16 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आठ उम्मीदवारों ने खुद पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों के दर्ज होने की जानकारी दी है. ” एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक कुल 259 उम्मीदवारों में से 65 स्नातक हैं, 55 उम्मीदवार 12वीं कक्षा उत्तीर्ण हैं और 39 उम्मीदवार 10वीं कक्षा उत्तीर्ण हैं। इसके अलावा 36 उम्मीदवारों ने कक्षा आठवीं तक पढ़ाई की है जबकि नौ उम्मीदवार केवल कक्षा पांच तक ही पढ़े हैं.