BJP MLA Resign: मधु श्रीवास्तव का टिकट कटने के बाद उनके परिवार में काफी गुस्सा है। उनकी बेटी और बीजेपी नेता नीलम श्रीवास्तव ने कहा, ”बीजेपी ने मेरे पिता का टिकट काटकर उनका अपमान किया है.”
गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को झटका लगा है। वडोदरा जिले के वाघोडिया सीट से विधायक मधु श्रीवास्तव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मधु छह बार के बीजेपी विधायक रहे हैं। उनकी छवि एक दबंग और बाहुबली नेता की भी है। मधु श्रीवास्तव ने वडोदरा वर्कर्स कन्वेंशन में अपने इस्तीफे की घोषणा की। बीजेपी ने इस बार चुनाव में मधु श्रीवास्तव को टिकट नहीं दिया, जिसकी वजह से वे नाराज बताए जा रहे थे। अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं, जिससे पार्टी की टेंशन बढ़ गई है।
मालूम हो कि बीजेपी ने आगामी चुनाव के लिए पूर्व सीएम विजय रुपाणी, पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल समेत कई दिग्गज नेताओं को उम्मीदवार नहीं बनाया है। मधु श्रीवास्तव का भी टिकट काटा गया है, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद मधु श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यकर्ता काफी दुखी हैं कि मुझे पार्टी ने उम्मीदवार नहीं बनाया और उन्हीं कार्यकर्ताओं ने मुझसे पार्टी से इस्तीफा देने के लिए कहा। उन्होंने बीजेपी को अब तक उनका सपोर्ट करने के लिए धन्यावाद किया और दावा किया कि उन्होंने एक रुपये का भी भ्रष्टाचार नहीं किया।
मधु श्रीवास्तव का टिकट कटने के बाद उनके परिवार में काफी गुस्सा है। उनकी बेटी और बीजेपी नेता नीलम श्रीवास्तव ने कहा, ”बीजेपी ने मेरे पिता का टिकट काटकर उनका अपमान किया है. मेरे पिता निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। मेरे पिता ने तालुका जिला पंचायत चुनाव में 20 में से 18 उम्मीदवारों को जीत लिया है। अगर अश्विन पटेल जिला पंचायत चुनाव नहीं जीत पाए तो विधानसभा कैसे जीतेंगे।”
गुजरात में भी सिर-दर्द बन रहे बागी नेता
गुजरात में भी बागी नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने से खफा पार्टी के कम से कम एक मौजूदा विधायक और चार पूर्व विधायकों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की धमकी दी है। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा। भाजपा ने अब तक कुल 182 विधानसभा क्षेत्रों में से 166 क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। पार्टी के कुछ असंतुष्ट नेताओं ने कहा है कि वे अपने समर्थकों से परामर्श करने के बाद अपना अगला कदम उठाएंगे, लेकिन भाजपा के पूर्व विधायक हर्षद वसावा ने शुक्रवार को नंदोड (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।