डॉ. रमन ने कहा- भूपेश जी, भ्रष्टाचारियों के प्रवक्ता न बनें और चश्मा साफ करके आपके शासन की SIT द्वारा कोर्ट में पेश शपथ-पत्र में CM SIR का मतलब पढ़िए, जिसमें “CM” का अर्थ “चिंतामणि चंद्राकर” लिखा है।
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापे, आईएएस अफसर और 2 कारोबारियों की गिरफ्तारी, कोयला कारोबार में उगाही, 6.50 करोड़ रुपये के नकद, सोना और सराफा की जब्ती की बातें सामने आने के बाद प्रदेश का सियासी पारा गरमा गया है। भाजपा-कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है। इधर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक-दूसरे पर तीखा हमला बोल रहे हैं। रमन सिंह ने ट्विटर पर वीडियो संदेश जारी कर कहा- ‘भूपेश बघेल जी, भ्रष्टाचारियों के प्रवक्ता न बनें और चश्मा साफ करके आपके शासन की SIT द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत शपथ-पत्र में CM SIR का मतलब पढ़िए, जिसमें “CM” का अर्थ “चिंतामणि चंद्राकर” लिखा है। आप बिना दस्तावेज पढ़े बयानबाजी क्यों करते हैं? इसके लिए आपको माफी मांगनी चाहिए।’
डॉ. रमन ने जारी वीडियो संदेश में कहा कि भूपेश जी आप ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से पूछ रहे हैं कि CM साहब का मतलब क्या होता है। आपकी याददाश्त कितनी कमजोर होगी मैं नहीं जानता। 2019 में नान (नागरिक आपूर्ति निगम) के लिए एसआईटी (Special Investigation Team) बनाया था। उसने कोर्ट में एफिडेविट दिया था। 400 पेज का शपथपत्र दिया और उस एफिडेविट में एसआईटी ने सीएम सर को चिंताणमि बताया था। चश्मा साफ करिये… उस शपथपत्र को पढ़िये जो 400 पेज का डॉक्यूमेंट है। उसको पढ़ने के बाद अपने बयान के लिए माफी मांगिए। मैं कहना चाहूंगा कि भ्रष्टाचारियों के प्रवक्ता न बनें और सही बात कहें।
नान, पनाना, चिटफंड की जांच क्यों नहीं करती ED: भूपेश
भेंट मुलाकात से वापस रायपुर लौटे सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ईडी को भाजपा सरकार के समय हुए घोटाले क्यों नहीं दिख रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में सबसे बड़ा नान (नागरिक आपूर्ति निगम) घोटाला हुआ उसकी जांच क्यों नहीं कर रही है। साफ दस्तावेज है कि ‘सीएम और सीएम मैडम’ के नाम पर करोड़ों रुपये का लेनदेन लिखा है। नान की डायरी में नागपुर से लखनऊ तक का जिक्र है। पनामा पेपर में डॉ. रमन सिंह के लड़के का नाम है। छत्तीसगढ़ में साढ़े 6 हजार करोड़ का चिटफंड घोटाला हुआ। ये लोग ब्रांड अंबेसडर थे। ईडी क्यों जांच नहीं करती।