घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह TCS और इन्फोसिस के तिमाही नतीजों से तय होगी। इसके अलावा मुद्रास्फीति (मंहगाई दर) और औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े तथा वैश्विक रुझान भी बाजार को दिशा देंगे।
घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के तिमाही नतीजों से तय होगी। इसके अलावा मुद्रास्फीति (मंहगाई दर) और औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े तथा वैश्विक रुझान भी बाजार को दिशा देंगे। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों ने कहा कि रुपये की चाल पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी। रुपया इस समय अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ”इस सप्ताह बाजार भागीदारों की निगाह आईआईपी, खुदरा और थोक मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। सप्ताह के दौरान बजाज ऑटो और एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे भी आने हैं। मिश्रा ने कहा कि अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का रुझान, मुद्रा और कच्चे तेल के उतार-चढ़ाव पर सभी की निगाह रहेगी।
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 764.37 अंक यानी 1.33 प्रतिशत के लाभ में रहा। दशहरा के मौके पर बुधवार को घरेलू शेयर बाजार बंद रहे थे। सैमको सिक्योरिटीज के बाजार परिप्रेक्ष्य-प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम होने जा रहे हैं। ऐसे में बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा।
उन्होंने कहा, ”दुनियाभर के बाजारों की निगाह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरे पर रहेगी, जो इसी सप्ताह आने हैं। वैश्विक निवेशकों की निगाह अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी। घरेलू मोर्चे पर भी थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे।” सेठ ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों के साथ तिमाही परिणामों की शुरुआत होगी।