पटना उच्च न्यायलय के फैसले पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है कि अति पिछड़ों को नगर निकाय चुनाव में आरक्षण से वंचित करने के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पटना हाई कोर्ट के फैसले पर बयान जारी करते हुए कहा कि राज्य के नगर निकाय चुनावों में ओबीसी-ईबीसी को आरक्षण न मिलने के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो बयान में सुशील मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद नीतीश कुमार ने ट्रिपल टेस्ट नहीं कराया है जिसके चलते कोर्ट ने ये फैसला दिया है। सुशील मोदी ने उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने प्रक्रिया का पालन नहीं किया है जिसके चलते सूबे के अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों को नगर निकाय चुनावों में आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा और इसके लिए नीतीश कुमार ही जिम्मेदार हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश कि बिना ट्रिपल टेस्ट के आरक्षण नहीं दिया जा सकता के बावजूद नीतीश कुमार ने मनमानी करते हुए आरक्षण दिया था। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की मनमानी की वजह से ही बिहार के अतिपिछड़ा वर्ग के लोग बिहार नगर निकाय चुनाव में आरक्षण से वंचित हो जाएंगे।
पटना हाईकोर्ट ने बिहार में इस महीने होने वाले नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण रद्द कर दिया है और चुनाव पर रोक लगा दी है। आरक्षण के खिलाफ याचिका पर पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल और एस. कुमार की बेंच ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने माना कि राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत बगैर ट्रिपल टेस्ट के ओबीसी को आरक्षण दे दिया है। जबकि आरक्षण देने के पहले पिछड़ेपन वाली जातियों को चिह्नित किया जाना था, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं कर सीधे आरक्षण दे दिया जो पूर्णरूप से गलत है।