रडार को चकमा देने की क्षमता, मिसाइलों से लैस… आज वायुसेना को मिलेगा देश का पहला स्वदेशी लड़ाकू हेलिकॉप्टर

अधिकारियों ने बताया कि 5.8 टन वजन के और दो इंजन वाले इस हेलिकॉप्टर से पहले ही कई हथियारों के इस्तेमाल का परीक्षण किया जा चुका है। जिसके बाद अब इन्हें वायुसेना में शामिल किया जा रहा है।

भारतीय वायुसेना (IAF) देश में विकसित हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर (LCH) को आज  औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल करेगी। इससे वायुसेना की ताकत में और बढ़ोतरी होगी, क्योंकि यह मल्टिपर्पज हेलिकॉप्टर कई तरह की मिसाइल दागने और हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम है। एलसीएच को सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है और इसे प्राथमिक रूप से ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए डिजाइन किया गया है।

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि इस हेलिकॉप्टर को जोधपुर स्थित वायुसेना के ठिकाने पर आयोजित एक कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी की उपस्थिति में शामिल किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि नये हेलिकॉप्टरों को शामिल करने से भारतीय वायुसेना के युद्ध कौशल को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।

कल जोधपुर में पहुंचेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘मैं कल, तीन अक्टूबर को पहले स्वदेश विकसित हल्के लड़ाकू हेलिकाप्टरों (एलसीएच) को शामिल करने के समारोह में भाग लेने के लिए जोधपुर, राजस्थान जाऊंगा। इन हेलिकॉप्टरों को शामिल करने से भारतीय वायुसेना के युद्ध कौशल को एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए उत्सुक हूं।’

15 हेलिकॉप्टर को मंजूरी

गौरतलब है कि इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCA) की बैठक में, स्वदेश विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपए में खरीदने की मंजूरी दी गई थी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इनमें से 10 हेलिकॉप्टर वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए होंगे।

ध्रुव से मिलता-जुलता है

अधिकारियों ने बताया कि एलसीएच ‘एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर’ ध्रुव से समानता रखता है। उन्होंने बताया कि इसमें कई में ‘स्टील्थ’ (राडार से बचने की) विशेषता, बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली, रात को हमला करने और आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता है।

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